कार्डियक अरेस्ट (Cardiac arrest) को ‘सडन कार्डियक अरेस्ट’ भी कहा जाता है। यह समस्या तब होती है, जब हार्ट अचानक धड़कना बंद कर देता है। इसमें दिमाग और अन्य अंगों में ब्लड फ्लो की कमी के कारण रोगी बेहोश हो सकता है या विकलांग भी हो सकता है। अगर तुरंत इसका उपचार न किया जाए, तो रोगी की मृत्यु तक हो सकती है। कार्डियक अरेस्ट (Cardiac arrest) और हार्ट अटक एक समान नहीं होते।
दरअसल, हार्ट अटैक तब होता है जब हार्ट के किसी हिस्से में ब्लड फ्लो ब्लॉक हो जाता है। लेकिन, कार्डियक अरेस्ट (Cardiac arrest) ब्लॉकेज की वजह से नहीं होता। हालांकि, हार्ट अटैक हार्ट की इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी में बदलाव का कारण बन सकता है जिससे अचानक कार्डियक अरेस्ट की संभावना बढ़ सकती है। कार्डियक अरेस्ट के लक्षणों को पहचानना बेहद जरूरी है। आइए जानें कि क्या हो सकते हैं कार्डियक अरेस्ट के लक्षण (Cardiac arrest symptoms)?
कार्डियक अरेस्ट के लक्षण (Cardiac arrest symptoms)
मायोक्लिनिक (Mayoclinic) के अनुसार जब किसी व्यक्ति को अचानक कार्डियक अरेस्ट (Cardiac arrest) होता है, तो ब्रेन तक कम ब्लड फ्लो होता है। ऐसे में, यदि हार्ट रिदम तेजी से रिस्टोर नहीं होती है, तो ब्रेन डैमेज और डेथ आदि का जोखिम बढ़ जाता है।
कार्डियक अरेस्ट के सामान्य लक्षण
अगर किसी को कार्डियक अरेस्ट (Cardiac arrest) होता है, तो उसे निम्नलिखित लक्षणों का अनुभव हो सकता है:
- चक्कर आना
- सांस फूलना
- थकावट या कमजोरी महसूस करना
- उल्टी आना
- हार्ट पल्पिटेशन्स
- कार्डियक अरेस्ट के गंभीर लक्षण
यदि कोई व्यक्ति निम्नलिखित लक्षणों का अनुभव करता है, तो तुरंत इमरजेंसी केयर की आवश्यकता होती है। यह कार्डियक अरेस्ट के लक्षण (Cardiac arrest symptoms) घातक हो सकते हैं।
- छाती में दर्द
- हार्टबीट का रुकना
- सांस लेने में समस्या
- बेहोशी
कार्डियक अरेस्ट होने से पहले हो सकता है कि रोगी को किसी भी लक्षण का अनुभव न हो। लेकिन, कोई इन लक्षणों का अनुभव करता है, तो तुरंत मेडिकल हेल्प लेना आवश्यक है।
कार्डियक अरेस्ट से कैसे बचें?
कार्डियक अरेस्ट के लक्षण (Cardiac arrest symptoms) क्या हैं, यह तो आप जान ही गए होंगे। कार्डियक अरेस्ट( Cardiac arrest) के जोखिम को कुछ तरीकों से कम किया जा सकता है। यह तरीके इस प्रकार हैं:
हेल्दी लाइफस्टाइल: हेल्दी डायट लें, नियमित व्यायाम करें, अपना वजन संतुलित बनाए रखें, स्मोकिंग करने से बचें और स्ट्रेस को मैनेज करें। इन तरीकों से आपको हेल्दी रहने और कार्डियक अटैक से बचाव में मदद मिलेगी।
अन्य हेल्थ कंडीशंस को मैनेज करें: कुछ कंडीशंस जैसे हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज से हार्ट सम्बन्धी समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है। ऐसे में, इन्हें मैनेज करना जरूरी है। इस बारे में अधिक जानकरी के लिए डॉक्टर से बात करना न भूलें।
डॉक्टर की सलाह का पालन करें: डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाईयां लें। डॉक्टर हार्ट की सुरक्षा और सुधार के लिए दवाईयां दे सकते है।
Sources : https://www.heartfoundation.org.nz/your-heart/heart-conditions/cardiac-arrest
https://www.hopkinsmedicine.org/health/conditions-and-diseases/cardiac-arrest
https://medlineplus.gov/suddencardiacarrest.html
https://www.mayoclinic.org/diseases-conditions/sudden-cardiac-arrest/symptoms-causes/syc-20350634
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