अयोध्या जिले के भदरसा क्षेत्र में किशोरी से गैंगरेप के मामले में पुलिस और प्रशासन ने ताबड़तोड़ एक्शन शुरू कर दिया है। योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने पीड़ित किशोरी की मां से मुलाकात की। जिसके बाद मुकदमा लिखने में देरी और लापरवाही बरतने के कारण चौकी इंचार्ज और संबंधित थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया गया। साथ ही अयोध्या गैंगरेप (Ayodhya Gangrape) के मुख्य आरोपी सपा नेता मोईद के अवैध बेकरी पर भी प्रशासन ने बुलडोजर चला ध्वस्त कर दिया। इस मामले में 2 अन्य सपा नेताओं पर भी एफआईआर दर्ज की गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अयोध्या गैंगरेप (Ayodhya Gangrape) के इस मामले में योगी सरकार सख्त एक्शन में है। सीएम योगी के बच्ची की मां से मुलाकात के बाद ही लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों और आरोपियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जा रहा है। इस जघन्य अपराध के मुख्य आरोपी मोईद खान की बेकरी को प्रशासन ने अवैध बताते हुए ढहा दिया है। प्रशासन का कहना है कि आरोपी ने बेकरी, तालाब की जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा कर बनाई थी। सोहावल के एसडीएम अशोक कुमार ने बताया कि आरोपी सपा नेता की 4 और प्रॉपर्टी अवैध है। इन पर भी जल्द बुलडोजर चलेगा।
गैंगरेप का यह है पूरा मामला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अयोध्या गैंगरेप (Ayodhya Gangrape) की यह घटना अयोध्या के भदरसा क्षेत्र की है। पीड़िता की परिवार को घटना का पता तब चला, जब रेप के बाद नाबालिग प्रेग्नेंट हो गई। पीड़िता का परिवार जब इस मामले की शिकायत कराने थाने पहुंची तो पुलिस अधिकारियों ने एफआईआर दर्ज करने में देरी की। अयोध्या के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करण नैय्यर ने मीडिया को बताया कि मुख्य आरोपी मोईद खान सपा का नगर अध्यक्ष है। यह नाबालिग पीड़िता को पापड़, बिस्किट का लालच देकर अपनी बेकरी पर बुलाता था और फिर नशीली दवा खिलाकर रेप करता। इसने अपने साथी राजू के साथ मिलकर कई बार नाबालिग के साथ रेप किया और उसका वीडियो भी बनाया। आरोप है कि ये दोनों करीब दो महीने तक नाबालिग को ‘ब्लैकमेल’ कर रेप करते रहे।
इस मामले में पुलिस ने नगर पंचायत भदरसा के चेयरमैन मोहम्मद राशिद और सपा नेता जय सिंह के खिलाफ भी पीड़िता के परिवार को डराने धमकाने के आरोप में मामला दर्ज किया है।