इज़राइल का हाइब्रिड युद्ध (Israel’s Hybrid War) ने लेबनान में एक नया मोड़ ले लिया है। इज़राइल और लेबनान के बीच चल रहे तनाव ने एक नया रूप ले लिया है, जो लोगों को हैरान कर रहा है। इज़राइल ने अपने दुश्मनों से लड़ने के लिए एक नया तरीका अपनाया है, जिसे हाइब्रिड युद्ध कहा जा रहा है। हाल ही में लेबनान में कुछ अजीब घटनाएँ हुई हैं। लोगों के पेजर और वॉकी-टॉकी अचानक फटने लगे। इससे कई लोग मारे गए और बहुत से लोग घायल हो गए। ये हमले इतने चौंकाने वाले थे कि लोग अब अपने मोबाइल फोन को छूने से भी डर रहे हैं।
मोबाइल का खौफ
लेबनान के लोगों में अब मोबाइल फोन से डर पैदा हो गया है। एक घटना में, जब कुछ लोग अपने साथियों का अंतिम संस्कार कर रहे थे, तभी एक छोटा सा धमाका हुआ। इससे लोगों में अफरा-तफरी मच गई। सभी एक-दूसरे से कहने लगे कि अपने फोन बंद कर दो और बैटरी निकाल लो। लोगों को लगा कि कहीं उनके फोन ही न फट जाएँ। इज़राइल का हाइब्रिड युद्ध (Israel’s Hybrid War) इतना खतरनाक है कि लोग अपने बच्चों को भी फोन न छूने की हिदायत दे रहे हैं। एक माँ ने अपने बच्चों को फोन पर कहा कि वे फोन बंद करके उससे दूर रहें। यह सब इसलिए क्योंकि लोगों को नहीं पता कि कब कौन सा फोन फट जाएगा।
नई तकनीक, नया खतरा
इज़राइल की यह नई लड़ाई का तरीका बहुत ही चालाक है। वे दूर बैठकर ही अपने दुश्मनों के उपकरणों को नुकसान पहुँचा रहे हैं। यह सिर्फ नुकसान ही नहीं, बल्कि लोगों के मन में डर पैदा करने का भी एक तरीका है। अब लोग हर वक्त डरे हुए रहते हैं कि कब क्या हो जाए। इस तरह के हमले न सिर्फ जान-माल का नुकसान करते हैं, बल्कि लोगों के दिमाग पर भी बुरा असर डालते हैं। लोग अपने रोजमर्रा के काम भी डर के साथ करते हैं। फोन जैसी जरूरी चीज का इस्तेमाल करने में भी वे हिचकिचाते हैं।
दुनिया भर में चर्चा
इज़राइल के इस नए तरीके की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। विशेषज्ञ इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर इज़राइल ये सब कैसे कर पा रहा है। वे जानना चाहते हैं कि इतनी दूर से फोन और दूसरे उपकरणों को कैसे नियंत्रित किया जा सकता है। यह नया तरीका युद्ध के पुराने नियमों को बदल रहा है। अब सिर्फ सैनिक ही नहीं, बल्कि आम लोग भी इस लड़ाई का हिस्सा बन गए हैं। उनके रोजमर्रा के उपकरण भी अब खतरे में हैं।
इससे निपटने के लिए नए तरीके सोचने होंगे
इस नई तरह की लड़ाई से निपटने के लिए नए तरीके सोचने होंगे। लोगों को अपने उपकरणों के बारे में ज्यादा सावधान रहना होगा। सरकारों को भी अपने लोगों की सुरक्षा के लिए नए कदम उठाने होंगे। हालाँकि यह स्थिति बहुत चिंताजनक है, लेकिन इससे हमें यह भी सीख मिलती है कि तकनीक का इस्तेमाल कितना सोच-समझकर करना चाहिए। आने वाले समय में, शायद हमें अपने डिजिटल जीवन पर और ध्यान देना पड़ेगा।