हिजबुल्लाह सरगना हसन नसरल्लाह की मौत ने एक बार फिर इजरायली सेना और खुफिया एजेंसी मोसाद को चर्चा में ला दिया है। इस मिशन को अंजाम देने के बार से इजरायल का आत्मविश्वास आसमान में है। ऐसा इसलिए भी है, क्योंकि बीते कुछ दिनों में इजरायल ने अपने सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी हिजबुल्ला को एक के बाद एक लगातार कई विनाशकारी झटके दिए हैं। पहले पेजर और वॉकी टॉकी में धमाका फिर हिजबुल्लाह के दर्जनों कमांडरों के साथ सरगना हसन नसरल्लाह को मौत की नींद सुलाना, हिलबुल्लाह को घुटनों पर ला दिया है। इन सभी सफलताओं का श्रेय इजरायल की खूफिया एजेंसी मोसाद को दिया जा रहा है।
इजरायल ने हिजबुल्लाह के अंदर बड़े पैमाने पर अपने जासूसों को तैनात किया था
फाइनेंशियल टाइम्स ने इस पूरी घटना पर एक विस्तृत रिपोर्ट पब्लिश की है, जिसमें इजरायली अधिकारियों के हवाले से बताया है कि, हाल में जो सफलता मिली है, उसके लिए सालों की मेहनत है। इजरायल ने साल 2006 से ही हिजबुल्लाह की जड़ें खोदना शुरू कर दिया था। इसके लिए इजरायल ने हिजबुल्लाह के अंदर बड़े पैमाने पर अपने जासूसों को तैनात किया था। पूर्व वरिष्ठ खुफिया अधिकारी मिरी आइसिन ने बताया कि इजरायल ने हिजबुल्लाह की न केवल मिलिट्री यूनिट, बल्कि उसकी प्रशासनिक और राजनीतिक यूनिट में भी बड़े पैमाने पर अपने जासूसों की भर्ती की थी।
इजरायल ने हिजबुल्लाह में ऐसे बनाई पैठ
फाइनेंशियल टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि, हिजबुल्लाह का सीरिया में बसर अल असद सरकार के पक्ष में लड़ना उसके लिए घातक साबित हुआ है। इस सैन्य अभियान को शुरू करने के लिए हिजबुल्लाह ने उस समय बड़े पैमाने पर लड़ाकों की भर्ती की थी। ऐसे में इजरायल को हिजबुल्लाह के अंदर तक पैठ बनाने का मौका मिल गया। इस दौरान इजरायली एजेंसी मोसाद ने अपने एजेंटों को हिजबुल्लाह के अंदर भर्ती करवाया और ऐसे लोगों की पहचान करनी शुरू की, जो पैसे व अन्य जरूरतों को पूरा करने के बदले हिजबुल्लाह के बारे में जानकारियां दे सकें। इससे हिजबुल्लाह के आंतरिक तंत्र पर मोसाद की पकड़ मजबूत हुई और उसे समूह के अंदर से बड़े पैमाने पर खुफिया जानकारी मिलने लगी। बताया जा रहा है कि, इस समय मोसाद के सैकड़ों एजेंट हिजबुल्लाह में तैनात हैं, जो उसकी कब्र खोदने का काम कर रहे हैं।
#SyriaWarImpact #MiddleEastTensions #MossadOperations #HezbollahConflict #SyrianConnection #IntelligenceWars #GeopoliticsIsrael