पटना में सोमवार की दोपहर को एक दर्दनाक घटना सामने आई जब बीएन कॉलेज के स्नातक अंतिम वर्ष के छात्र हर्ष राज (22) की लॉ कॉलेज परिसर में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। हर्ष राजनीति में सक्रिय थे और लोकनायक युवा परिषद संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। हाल ही में वे समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र से एनडीए प्रत्याशी शांभवी चौधरी के चुनाव प्रचार में जुटे थे।
इस घटना के बाद छात्रों ने कारगिल चौक पर विरोध प्रदर्शन किया और हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग की। विरोध प्रदर्शन के कारण गांधी मैदान, स्टेशन रोड, अशोक राजपथ और शहिद इलाकों में ट्रैफिक जाम हो गया। पुलिस ने विरोध कर रहे छात्रों को हिरासत में लेने की कार्रवाई की।
हत्या के विरोध में मंगलवार को पटना विश्वविद्यालय बंद रहेगा। हर्ष राज मूल रूप से वैशाली जिले के बेलसर थानांतर्गत मझौली गांव के निवासी थे और पटना के बोरिंग रोड में रहकर पढ़ाई कर रहे थे। परीक्षा समाप्त होने के बाद हर्ष कॉलेज परिसर में बुलेट बाइक पर बैठे ही थे कि अचानक आधा दर्जन नकाबपोश हमलावर उनपर टूट पड़े। उन्होंने लाठी-डंडे और ईंट-पत्थरों से हर्ष की बुरी तरह पिटाई कर दी। उनके मित्रों ने उन्हें पीएमसीएच में भर्ती कराया, जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।
सिटी एसपी (पूर्वी) भारत सोनी ने बताया कि हत्या का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है और सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। पुलिस ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
हर्ष की हत्या के पीछे कई कारण सामने आए हैं। उनकी बढ़ती लोकप्रियता के कारण छात्र राजनीति से जुड़े विरोधियों में द्वेष की भावना थी। पिछले साल दुर्गा पूजा पर डांडिया नाइट्स के आयोजन को लेकर भी उनका विवाद चल रहा था। 14 दिन पहले हर्ष को पटेल छात्रावास के छात्रों से धमकी मिली थी। पटेल छात्रावास के छात्रों और हर्ष के बीच एनआईटी घाट पर भी विवाद हुआ था।
पुलिस ने जब प्रत्यक्षदर्शियों से हत्यारों के बारे में जानने की कोशिश की तो सबने कहा कि हमलावरों के चेहरे ढके थे और सब कुछ इतनी जल्दी हुआ कि कोई कुछ देख नहीं पाया। इस हत्या से छात्रों में आक्रोश है और पुलिस ने पटना विश्वविद्यालय के आसपास के इलाकों को छावनी में तब्दील कर दिया है।
हर्ष के पिता अजीत कुमार एक हिंदी समाचारपत्र के संवाददाता हैं। हर्ष की मौत की खबर सुनकर माता-पिता और गांव के लोग शोक में हैं। विश्वविद्यालय छात्रसंघ के सदस्यों ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
यह घटना पटना कॉलेज के पुलिस के होने के बावजूद परिसर में बमबाजी और फायरिंग की सामान्य घटनाओं को उजागर करती है। लॉ कॉलेज परिसर में सीसीटीवी कैमरे खराब होने के कारण घटना का कोई फुटेज नहीं मिला है। विश्वविद्यालय प्रशासन से कॉलेज के जीर्णोद्धार के लिए आग्रह किया गया था।इस निर्मम हत्या ने छात्रों और समाज में भय का माहौल पैदा कर दिया है और प्रशासन से कठोर कदम उठाने की मांग की जा रही है।