महाराष्ट्र (Maharashtra) में चुनाव से पहले एक बड़े उलटफेर का अंदेशा जताया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार (Ajit Pawar) चुनाव से पहले अपने चाचा शरद पवार के साथ मिलकर एनसीपी को संगठित कर सकते हैं। यह इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि Ajit Pawar अब चुनाव लड़ना नहीं चाहते और शरद पवार को अभी भी एनसीपी का प्रमुख मानते हैं। गुरुवार को उन्होंने कहा कि “उनके पुत्र जय पवार बारामती विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे या नहीं, यह पार्टी तय करेगी।”
अब और चुनाव लड़ने में कोई नहीं है दिलचस्पी
बता दें कि पिछले कई सालों से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख Ajit Pawar पुणे जिले के बारामती विधानसभा से चुनाव लड़ रहे हैं। बस बार चुनाव लड़ने पर मीडिया के पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए Ajit Pawar ने कहा कि उन्हें अब और चुनाव लड़ने में कोई दिलचस्पी नहीं है और उनके बेटे जय पवार इस बार बारामती विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे या नहीं, यह भी पार्टी तय करेगी। हालांकि राज्य राकांपा प्रमुख सुनील तटकरे ने इस बयान का डैमेज कंट्रोल करते हुए कहा कि अजित पवार ने यह किसी से भी नहीं कहा कि वह अब विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे, मीडिया ने उनके जवाब का गलत अर्थ निकाला।
तो जय पवार को चुनावी मैदान में उतारेंगे Ajit Pawar
बता दें कि मीडिया ने Ajit Pawar से पूछा था कि क्या उनके बेटे जय पवार को इस बार बारामती सीट से मैदान में उतारा जाएगा। इसके जवाब में अजित पवार (Ajit Pawar) ने कहा, यह लोकतंत्र है, मुझे इस चुनाव में कोई दिलचस्पी नहीं है, क्योंकि पहले ही सात से आठ चुनाव लड़ चुका हूं। अगर कार्यकर्ता और समर्थक ऐसा सोच रहे हैं, तो (राकांपा) संसदीय बोर्ड की बैठक में इस पर चर्चा होगी। बता दें कि इससे पहले अजित के बड़े बेटे पार्थ पवार 2019 लोकसभा चुनाव में मावल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं, जहां उन्हें हार मिली। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि Ajit Pawar आगामी विधानसभा चुनाव अपने चाचा के साथ मिल कर लड़ते हैं या फिर गठबंधन में बने रहते हैं। कुछ दिनों के अंदर ही राज्य की राजनीतिक तस्वीर साफ हो जाएगी।
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