जानिए कब और क्यों जरूरी है Folic Acid का सेवन

Folic Acid

फॉलिक एसिड (Folic acid) एक बी विटामिन है, जिसे फोलेट भी कहा जाता है। यह प्राकृतिक रूप से हरी पत्तेदार सब्जियों, खट्टे फलों और बीन्स जैसे खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। फोलेट (Folate) को  सप्लीमेंट्स के माध्यम से भी प्राप्त किया जा सकता है। यही नही, फॉलिक एसिड वाटर सॉल्युबल है, यानी इस विटामिन की बची हुई मात्रा मूत्र के माध्यम से शरीर से निकल जाती है। इसका मतलब है कि हमारा शरीर फॉलिक एसिड जमा नहीं करता है। फॉलिक एसिड (Folic acid) को खाद्य पदार्थों या सप्लीमेंट्स के माध्यम से नियमित रूप से लेना जरूरी है। इसकी कमी से कई समस्याओं का जोखिम बढ़ जाता है। आइए जानें कब जरूरी है फॉलिक एसिड का सेवन और क्यों?

फॉलिक एसिड के बारे में जानकारी

मायोक्लिनिक (Mayoclinic) के अनुसार अगर आप फोलेट यानि फॉलिक एसिड (Folic acid) युक्त आहार का सेवन नहीं करते हैं, तो इससे शरीर में इसकी कमी हो सकती है। फॉलिक एसिड की कमी उन लोगों को भी हो सकती है जिन्हें सीलिएक रोग जैसी समस्या है, जिसमें रोगी की छोटी आंत खाद्य पदार्थों से पोषक तत्वों को अवशोषित करने से रोकती है। जानिए कब जरूरी है फॉलिक एसिड का सेवन और क्यों? 

प्रेग्नेंसी

रीढ़ की हड्डी, भ्रूण में बनने वाले शरीर के पहले हिस्सों में से एक है और फोलेट की कमी से रीढ़ की हड्डी संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इससे स्पाइना बिफिडा (Spina bifida) और एनेसेफली (Anencephaly) जैसी न्यूरल ट्यूब अनियमितताएं भी हो सकती हैं। न्यूरल ट्यूब ही भ्रूण के प्रारंभिक मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी का निर्माण करती है। फॉलिक एसिड (Folic acid) प्रीटर्म बर्थ, हार्ट में समस्याओं आदि के रिस्क को भी कम करता है, यानी प्रेग्नेंसी में फॉलिक एसिड का सेवन करना जरूरी है।

मूड डिसऑर्डर्स

जिन लोगों में फोलेट का स्तर कम होता है, उन लोगों में डिप्रेशन का जोखिम अधिक रहता है। रिसर्च के अनुसार डिप्रेशन से पीड़ित 30 प्रतिशत लोगों में फॉलिक एसिड (Folic acid) की कमी पायी गयी है। हालांकि, फॉलिक एसिड लेने से डिप्रेशन के लक्षणों में सुधार हो सकता है या नहीं, यह स्पष्ट नहीं है।

आटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर 

कुछ शोध यह बताते हैं कि प्रेग्नेंसी की शुरुआत से पहले और इसके दौरान फॉलिक एसिड (Folic acid) लेने से होने वाले शिशु में आटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर के विकास का संभावना कम हो सकती है। लेकिन, इस विषय पर शोध विरोधाभासी है।

रूमेटाइड अर्थराइटिस (Rheumatoid arthritis)

डॉक्टर रूमेटाइड अर्थराइटिस के लिए मेथोट्रेक्सेट प्रिस्क्रिप्शन को सपोर्ट करने के लिए फॉलिक एसिड (Folic acid) का इस्तेमाल कर सकते हैं। मेथोट्रेक्सेट इस स्थिति के लिए एक प्रभावी दवा है, लेकिन यह शरीर से फॉलिक एसिड को रिमूव कर सकती है, जिससे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण पैदा हो सकते हैं।

हृदय रोग के जोखिम को कम करे

फॉलिक एसिड के सप्लीमेंट्स जिसमें फॉलिक एसिड (Folic acid) शामिल है, हार्ट हेल्थ को सुधारने और हार्ट डिजीज के रिस्क को कम करने में मदद कर सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि अमीनो एसिड होमोसिस्टीन का उच्च स्तर हार्ट डिजीज के खतरे को बढ़ाता है। क्योंकि, फॉलिक एसिड होमोसिस्टीन को ब्रेक डाउन करने में मदद करता है, ऐसे में फॉलिक एसिड की कमी होने से होमोसिस्टीन का स्तर बढ़ सकता है, जिसे हाइपरहोमोसिस्टीनीमिया (Hyperhomocysteinemia) भी कहा जाता है। फॉलिक एसिड (Folic acid) सप्लीमेंट्स होमोसिस्टीन के लेवल को कम कर सकते हैं और इससे हार्ट डिजीज का जोखिम भी कम हो सकता है।

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