लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर अमित शाह का बड़ा बयान।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर एक महत्वपूर्ण इंटरव्यू दिया है। इसमें उन्होंने भाजपा के 400 से अधिक सीटों के लक्ष्य, दिल्ली शराब घोटाला और अन्य कई मुद्दों पर खुलकर बात की। अमित शाह ने आत्मविश्वास व्यक्त किया कि लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा की जीत सुनिश्चित है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में लौटेंगे।

बहुमत के दुरुपयोग का इतिहास भाजपा का नहीं

अमित शाह ने ANI को दिए इंटरव्यू में जोर देकर कहा कि पिछले दस वर्षों से भाजपा के पास संविधान बदलने का बहुमत होने के बावजूद, उन्होंने कभी भी इसका दुरुपयोग नहीं किया। उन्होंने कहा, “बहुमत के दुरुपयोग का इतिहास मेरी पार्टी का नहीं है। बहुमत का दुरुपयोग इंदिरा गांधी के समय में कांग्रेस ने किया था।” शाह ने यह भी दावा किया कि भाजपा 400 सीटें इसलिए चाहती है ताकि देश में राजनीतिक स्थिरता बनी रहे और सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

400 सीटों का लक्ष्य और उपलब्धियां

शाह ने बताया कि भाजपा ने अपने बहुमत का उपयोग देश हित में किया है। उन्होंने अनुच्छेद 370 को निरस्त करने, तीन तलाक को खत्म करने, राम मंदिर निर्माण और समान नागरिक संहिता (UCC) को लाने जैसे कदमों का उल्लेख किया।

प्लान बी की जरूरत नहीं

जब शाह से पूछा गया कि क्या भाजपा के पास बहुमत तक नहीं पहुंचने की स्थिति में कोई प्लान बी है, तो उन्होंने आत्मविश्वास के साथ कहा, “प्लान बी तभी बनाने की जरूरत है जब प्लान ए के सफल होने की 60% से कम संभावना हो। मुझे यकीन है कि प्रधानमंत्री मोदी प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आएंगे।”

केजरीवाल पर निशाना

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि जहां भी केजरीवाल जाएंगे, लोग दिल्ली शराब घोटाले को याद करेंगे। शाह ने केजरीवाल की “अगर आप मुझे वोट देंगे तो मुझे जेल नहीं जाना पड़ेगा” वाली टिप्पणी को सुप्रीम कोर्ट की अवमानना बताया।

देश का विभाजन नहीं हो सकता

उत्तर-दक्षिण भारत विभाजन के सवाल पर शाह ने कहा कि इस देश का अब कभी भी विभाजन नहीं हो सकता। उन्होंने अनुच्छेद 370 पर कहा कि वहां 40% से अधिक मतदान हुआ है, जो अनुच्छेद 370 हटाने की बड़ी सफलता है। शाह ने कहा कि सभी चरमपंथी समूह के नेता अब लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग ले रहे हैं, जो एक सकारात्मक बदलाव है।

दिल्ली शराब नीति पर बयान

शराब नीति मामले में केजरीवाल को मिली अंतरिम जमानत पर शाह ने स्पष्ट किया कि यह क्लीन चिट नहीं है। आरोप-पत्र अभी भी सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष है। शाह ने कहा कि अगर केजरीवाल को इतना भरोसा था, तो उन्हें सत्र न्यायालय के समक्ष इसे रद्द करने की मांग करनी चाहिए थी।

इस इंटरव्यू के माध्यम से अमित शाह ने आगामी चुनावों के लिए भाजपा की रणनीति और दृष्टिकोण को स्पष्ट किया, साथ ही विपक्षी नेताओं पर तीखा प्रहार भी किया।

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