प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार, 9 जून 2024 को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए ने 293 सीटें हासिल कर बहुमत प्राप्त किया, जबकि विपक्षी गठबंधन इंडिया ने 234 सीटें जीतीं। बहुमत के लिए आवश्यक आंकड़ा 272 है जो एनडीए गठबंधन से संभव हुआ। इस अवसर पर नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, भूटान, मॉरीशस, सेशेल्स और मालदीव के प्रमुखों को आमंत्रित किया गया है, जो भारत की ‘नेबर फर्स्ट’ नीति के तहत निमंत्रित किए गए हैं। इसके अलावा समाज के विभिन्न वर्गों जैसे डॉक्टर, कलाकार, मजदूर और इंजीनियर को भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्योता भेजा गया है। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल की पुष्टि नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने बुधवार शाम को प्रधानमंत्री मोदी के साथ टेलीफोन पर बातचीत के बाद अपनी उपस्थिति की पुष्टि की। इसके बाद औपचारिक घोषणा आज (8 जून 2024) की जाएगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि दोनों नेताओं के बीच बातचीत में मोदी ने नेपाली प्रधानमंत्री को शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने का निमंत्रण दिया था। श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे भी होंगे मौजूद श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। विक्रमसिंघे ने फोन पर भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए की चुनावी जीत पर प्रधानमंत्री मोदी को बधाई दी। वह 9 जून को कोलंबो से नई दिल्ली के लिए रवाना होंगे। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की यात्रा बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगी। वह 8 जून को ढाका से दिल्ली के लिए रवाना होंगी और 10 जून को वापस लौटेंगी। उनके भाषण लेखक एम. नजरुल इस्लाम ने बताया कि शपथ ग्रहण की तारीखों में बदलाव के कारण हसीना अब 8 जून को दिल्ली के लिए रवाना होंगी। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की संभावित भागीदारी मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, जिनका चीन की ओर झुकाव है, को भी इस समारोह का निमंत्रण भेजा गया है। उनके शामिल होने की स्थिति में यह भारत और मालदीव के बीच तनाव को कम करने की दिशा में एक अहम कदम हो सकता है। मुइज्जू ने नवंबर 2023 में सत्ता संभालने के बाद भारत के साथ संबंधों में खटास ला दी थी। दिल्ली में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम शपथ ग्रहण समारोह के मद्देनजर दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। कुछ इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है और 9 जून को राष्ट्रीय राजधानी को नो-फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रविवार शाम 7:15 बजे राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में मोदी और उनके कैबिनेट मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी। नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने वाले सभी नेताओं की उपस्थिति इस बात का संकेत है कि भारत अपने पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में अग्रसर है। इस भव्य आयोजन के लिए तैयारियाँ जोरों पर हैं और उम्मीद की जा रही है कि यह समारोह भारत की विदेश नीति और आंतरिक राजनीति दोनों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
Related Posts
Saint Tulsidas Jayanti: महान कवि और संत तुलसीदास को श्रद्धांजलि
भारत की आध्यात्मिक धरोहर में संत तुलसीदास का नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित है। हर वर्ष 11 अगस्त को संत…
बजट 2024 की ताजा मार्केट अपडेट- सेंसेक्स 150 अंक पर गिरा, निफ्टी 24,450 पर हुआ बंद
आज का दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए अहम है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लगातार सातवें वर्ष केंद्रीय बजट पेश…
Kartik Snan 2024: सूर्योदय से पहले स्नान करने का क्या है विशेष महत्व?
सूर्योदय से पहले स्नान करने की परंपरा कार्तिक मास में विशेष महत्व रखती है। यह न केवल शारीरिक और मानसिक…