नई दिल्लीः मोदी 3.0 सरकार ने आज कई कैबिनेट समितियों का गठन कर एक महत्वपूर्ण घोषणा की, जो देश के मुख्य नीतिगत निर्णयों का मार्गदर्शन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। ये समितियाँ संसदीय कार्य, नियुक्तियाँ, आर्थिक और राजनीतिक मामले और सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों से निपटती हैं। इन समितियों में मुख्य रूप से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में उसके सहयोगी जैसे जनता दल (यू) तेलुगु देशम पार्टी, जनता दल (एस) शिवसेना और लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) भी शामिल हैं।
मंत्रिमंडल समितियों में प्रधानमंत्री का वर्चस्व
छह समितियों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हैं, जो सरकार के भीतर अपनी महत्वपूर्ण स्थिति का प्रदर्शन करते हैं। गृह मंत्री अमित शाह सभी आठ समितियों में सेवारत हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण दोनों क्रमशः छह और सात समितियों के सदस्यों के रूप में महत्वपूर्ण पदों पर हैं।
कैबिनेट समितियों की विस्तृत सूची
1. कैबिनेट नियुक्ति समिति
गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समिति का गठन करते हैं, जो महत्वपूर्ण नियुक्तियां करती है।
2. कैबिनेट आवास पर समिति
अमित शाह, निर्मला सीतारमण, हरदीप सिंह पुरी, आवास और शहरी मामलों के मंत्री नितिन जयराम गडकरी और वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल सदस्यों में शामिल हैं। जितेंद्र सिंह, एक विशेष आमंत्रित, प्रधानमंत्री कार्यालय और विज्ञान और प्रौद्योगिकी सहित अन्य विभागों से अनुभव प्रदान करते हैं।
3. आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति
इस समूह में राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, सुब्रमण्यम जयशंकर, विदेश मंत्री शिवराज सिंह चौहान और अन्य शामिल हैं। यह विकास के तरीकों और आर्थिक नीतियों पर केंद्रित है।
4. मंत्रिमंडल में संसदीय मामलों की समिति में राजनाथ सिंह, अमित शाह, निर्मला सीतारमण, राजीव रंजन सिंह (जिन्हें ललन सिंह के नाम से भी जाना जाता है), जगत प्रकाश नड्डा (स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री) और वीरेंद्र कुमार (सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री) महत्वपूर्ण सदस्य हैं। सरकार के विधायी एजेंडे की देखरेख इस समिति द्वारा की जाती है।
5. राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति
राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, जगत प्रकाश नड्डा, निर्मला सीतारमण और पीयूष गोयल जैसी प्रमुख हस्तियां इस समूह का हिस्सा हैं, जिसका नेतृत्व प्रधानमंत्री मोदी कर रहे हैं। इसमें सरकार और राजनीतिक रणनीति पर चर्चा की जाती है।
6. कैबिनेट सुरक्षा समिति
राष्ट्रीय सुरक्षा पर केंद्रित इस समूह में राजनाथ सिंह, अमित शाह, प्रधानमंत्री मोदी, निर्मला सीतारमण और सुब्रमण्यम जयशंकर शामिल हैं।
7. विकास और निवेश के लिए कैबिनेट समिति
इस समूह की अध्यक्षता प्रधानमंत्री मोदी करते हैं और इसमें राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल और अन्य व्यक्ति शामिल हैं। यह आर्थिक विस्तार और निवेश को बढ़ावा देना चाहता है।
8. रोजगार, कौशल और निर्वाह पर मंत्रिमंडल समिति
प्रधानमंत्री मोदी, राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान (शिक्षा मंत्री) और अन्य इस समिति में हैं, जो रोजगार रणनीतियों के लिए महत्वपूर्ण है।
रणनीतिक महत्व
इन समितियों की स्थापना मोदी प्रशासन द्वारा अपनाए गए शासन के लिए रणनीतिक दृष्टिकोण को दर्शाती है, जो एक सुचारू और कुशल निर्णय लेने की प्रक्रिया की गारंटी देती है। ये समितियाँ, जिनमें विभिन्न संबद्ध दलों के अनुभवी और सक्षम नेताओं का मिश्रण होता है, देश की सबसे महत्वपूर्ण समस्याओं का सामना करने और सरकार के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए तैयार होती हैं।
सहयोग पर जोर
सरकार का सहयोगी रवैया भाजपा के राजग सहयोगियों के मंत्रियों की नियुक्ति से प्रदर्शित होता है, जो गठबंधन के सदस्यों के बीच सद्भाव और साझा जवाबदेही को बढ़ावा देता है। यह अनुमान लगाया जाता है कि इससे सरकार के चलने और नीतियों को लागू करने के तरीके में सुधार होगा।
इन कैबिनेट समितियों का गठन एक बेहतर संरचित और कार्यात्मक सरकार की दिशा में एक बड़ा कदम है। मोदी 3.0 सरकार महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मुद्दों से निपटने और नौकरियों, राजनीतिक मामलों, अर्थव्यवस्था और सुरक्षा जैसे विषयों को प्राथमिकता देकर भारत को समृद्धि और स्थिरता की दिशा में ले जाने के लिए अच्छी स्थिति में है।