भारतीय शेयर बाजार ने वैश्विक रुझान को किया दरकिनार, 15 जुलाई को दर्ज की गई तेजी।

भारतीय शेयर बाजारों ने आज (15 जुलाई 2024, सोमवार) को कमजोर वैश्विक रुझान को टूटते हुए बढ़त दर्ज की. प्रमुख सूचकांकों, बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी, दोनों में ही तेजी देखी गई.

मुख्य हाइलाइट्स:

• सेंसेक्स 145 अंक या 0.18% बढ़कर 80,665 पर बंद हुआ.

• निफ्टी 85 अंक या 0.35% बढ़कर 24,635 के इंट्राडे उच्च स्तर को छुआ, लेकिन अंत में 24,587 पर बंद हुआ.

• ब्रॉडर मार्केट में बेहतर प्रदर्शन रहा, बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक क्रमशः 0.9% और 0.21% बढ़ गए.

• सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) में बड़ा उछाल आया, जिसमें एसबीआई सबसे आगे रहा, जिसमें 2.5% की बढ़त दर्ज की गई.

•  अन्य प्रमुख लाभकारी कंपनियों में एनटीपीसी, अल्ट्राटेक सीमेंट, एमएंडएम, बजाज फाइनेंस, आईटीसी, टाटा मोटर्स, मारुति सुजुकी, अडानी पोर्ट्स और एचसीएल टेक शामिल हैं.

बाजार विश्लेषण:

विशेषज्ञों का मानना है कि यह तेजी निम्नलिखित कारणों से हो सकती है:

• हाल ही के केंद्रीय बजट के बाद सकारात्मक निवेशक भावना.

• सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के मजबूत प्रदर्शन.

•  मिड-कैप और स्मॉल-कैप शेयरों ने बड़े शेयरों को बेहतर प्रदर्शन किया, जो व्यापक बाजार भागीदारी का संकेत देता है।

यह देखना बाकी है कि क्या आने वाले दिनों में सकारात्मक गति बनाए रखी जा सकती है. वैश्विक संकेत और कंपनियों की आय संबंधी घोषणाएं आने वाले दिनों में बाजार के रुख को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक होंगे.

क्षेत्रीय प्रदर्शन:

• आईटी और फार्मा: दोनों क्षेत्रों में मामूली बढ़त दर्ज की गई, जो सकारात्मक आय दृष्टिकोण से प्रेरित थी.

• एफएमसीजी और ऑटो: इन क्षेत्रों में भी मामूली तेजी रही, जो लगातार उपभोक्ता मांग को दर्शाता है.

• धातु और ऊर्जा: इन क्षेत्रों में मिलाजुला प्रदर्शन रहा, कुछ शेयरों में बढ़त हुई तो कुछ में गिरावट आई.

• रियल एस्टेट: बढ़ती ब्याज दरों की चिंताओं के कारण रियल एस्टेट क्षेत्र में कुछ कमजोरी देखी गई.

सुर्खियों में खबर:

• कंपनी द्वारा प्लेटफॉर्म शुल्क बढ़ाने के फैसले के बाद Zomato के शेयरों ने ₹232 के नए सर्वकालिक उच्च स्तर को छुआ.

• पीसी ज्वैलर के शेयर कीमत में ₹2,705 करोड़ के धन उगाहने की घोषणा के बाद उछाल आया.

• डोनाल्ड ट्रम्प पर हुए हत्या के प्रयास के आसपास भू-राजनीतिक तनाव ने सोने की कीमतों को थोड़ा नीचे ला दिया.

भारतीय शेयर बाजारों ने वैश्विक रुझानों को दरकिनार कर 15 जुलाई को अच्छी तेजी दर्ज की. सकारात्मक निवेशक धारणा, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के मजबूत प्रदर्शन और व्यापक बाजार भागीदारी इसके प्रमुख चालक थे. हालांकि, वैश्विक संकेत, खासकर अमेरिकी चुनावों से जुड़े संकेत और आगामी कंपनियों की आय संबंधी घोषणाएं बाजार की भविष्य की दिशा निर्धारित करने में महत्वपूर्ण होंगी.

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