करसनदास मूलजी: 19वीं सदी के भारत में सामाजिक सुधार और पत्रकारिता का श्रेष्टम उदाहरण।
25 जुलाई, 1832 को गुजरात के महुवा के पास वडाल में जन्मे करसनदास मुलजी एक अग्रणी भारतीय पत्रकार और समाज सुधारक थे। न्याय और सत्य की निरंतर खोज की विशेषता वाले उनके जीवन के श्रम ने भारतीय पत्रकारिता और समाज को स्थायी रूप से बदल दिया। अपने प्रकाशन ‘सत्यप्रकाश’ के माध्यम से, विशेष रूप से, उनके योगदान ने सामाजिक रूढ़ियों पर…