काबुल से कलकत्ता और फिर बर्लिन- देश के नेताजी का अद्भुत, अदम्य सफर, जिसने INA की रखी नींव।
सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को हुआ था और 18 अगस्त 1945 को उनकी मृत्यु हो गई, एक उल्लेखनीय भारतीय राष्ट्रवादी थे, जिन्होंने ब्रिटिश शासन के अपने मजबूत विरोध के लिए भारत में बहुत सम्मान प्राप्त किया। बोस अपने सम्मोहक नेतृत्व और वाक्पटुता के लिए प्रसिद्ध हैं। उनके कुछ उल्लेखनीय नारों में “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा”, “जय हिंद” और “दिल्ली…