अगर अपने खून को साबित करने से पहले मौत मुझ पर हमला करती है, तो मैं कसम खाता हूँ- मैं मौत को ही मार दूंगा।– कारगिल के वीर बलिदानी परमवीर चक्र विजेता कैप्टन मनोज पांडे।
कैप्टन मनोज पांडे और उनकी टुकड़ी ने कारगिल युद्ध के दौरान खालुबार की ढलानों पर छिपे हुए घुसपैठियों पर वीरतापूर्वक हमला किया। इस शूरवीर के संकल्प को दुश्मन के बम, बारूद और तोपों ने नहीं डिगाया, न ही लगभग जम जानेवाले तापमान ने। उन्होंने और उनके समूह ने दुश्मन के शिविरों पर गोलियों की बौछार की परवाह किए…