दीर्घकालिक पूँजीगत लाभ कर (LTCG) में वृद्धि:
बजट 2024 में, एक साल से अधिक समय तक रखे गए इक्विटी शेयरों और इक्विटी म्यूचुअल फंडों से होने वाली आय पर LTCG दर 15% से बढ़ाकर 30% कर दी गई है। यह बदलाव 1 अप्रैल 2024 से लागू होगा।
यह बदलाव अल्पकालिक रूप से नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, खासकर उन निवेशकों पर जो अल्पकालिक लाभ के लिए व्यापार करते हैं। हालांकि, दीर्घकालिक निवेशकों पर इसका कम प्रभाव पड़ने की संभावना है, क्योंकि वे पहले से ही LTCG का भुगतान करते हैं।
STT में वृद्धि:
बजट 2024 में, F&O ट्रेडिंग में STT दरों को बढ़ा दिया गया है। यह व्यापार की लागत को बढ़ाएगा, जिससे कम ट्रेडिंग वॉल्यूम और अस्थिरता हो सकती है। हालांकि, इससे सरकार के राजस्व में वृद्धि होगी।
बुनियादी ढांचे पर निवेश:
बजट 2024 में बुनियादी ढांचे के विकास पर ₹7.5 लाख करोड़ का भारी निवेश करने का प्रस्ताव है। यह इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर को बढ़ावा देगा, जिससे संबंधित शेयरों की कीमतों में वृद्धि हो सकती है।
कृषि क्षेत्र पर ध्यान:
बजट 2024 में कृषि क्षेत्र को मजबूत करने के लिए कई पहलों की घोषणा की गई है। यह कृषि आधारित कंपनियों के लिए सकारात्मक हो सकता है।
कुल मिलाकर, बजट 2024 का शेयर बाजार पर मिश्रित प्रभाव पड़ने की संभावना है। अल्पकालिक में, कुछ अस्थिरता देखी जा सकती है, लेकिन दीर्घकालिक दृष्टिकोण से, बुनियादी ढांचे और कृषि क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करने से सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि बजट का शेयर बाजार पर प्रभाव कई अन्य कारकों पर भी निर्भर करता है, जैसे कि वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिति, ब्याज दरें और घरेलू नीतियां।
किस पर कितना कर देना होगा:
LTCG दरों में वृद्धि के कारण, एक साल से अधिक समय धारित किए गए इक्विटी शेयरों और इक्विटी म्यूचुअल फंडों से होने वाली आय पर अब 30% कर लगेगा। यह उन निवेशकों को प्रभावित करेगा जो अल्पकालिक लाभ के लिए व्यापार करते हैं।
उदाहरण
यदि आप ₹10,000 में एक शेयर खरीदते हैं और इसे ₹20,000 में बेचते हैं, तो आपको ₹10,000 का लाभ होगा। पहले, आपको इस लाभ पर केवल 15% LTCG कर, यानी ₹1,500 का भुगतान करना होता था। लेकिन अब, आपको 30% LTCG कर, यानी ₹3,000 का भुगतान करना होगा।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि LTCG केवल लाभ पर ही लागू होता है, न कि आपके द्वारा किए गए कुल निवेश पर। इसके अलावा, आप कुछ खर्चों और छूटों का लाभ उठाकर अपनी LTCG देयता को कम कर सकते हैं।
अधिक जानकारी के लिए, आप एक कर सलाहकार से सलाह ले सकते हैं।
बजट 2024 का विभिन्न क्षेत्रों पर प्रभाव
बजट 2024 में विभिन्न क्षेत्रों पर पड़ने वाले संभावित प्रभावों का विश्लेषण इस प्रकार है:
क्षेत्र संभावित प्रभाव
सूचना प्रौद्योगिकी (IT) बजट 2024 में आईटी क्षेत्र के लिए कोई विशिष्ट घोषणाएँ नहीं की गई हैं। हालांकि, बुनियादी ढांचे पर ₹7.5 लाख करोड़ के भारी निवेश से इस क्षेत्र को अप्रत्यक्ष रूप से लाभ हो सकता है। डिजिटल इंडिया पहल को जारी रखने से भी आईटी कंपनियों की मांग बढ़ सकती है।
बैंकिंग बजट 2024 में बुनियादी ढांचे के विकास पर जोर देने से बैंकों को बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए ऋण देने के अधिक अवसर मिल सकते हैं। इसके अलावा, कृषि क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करने से कृषि ऋण की मांग बढ़ सकती है। हालांकि, LTCG दरों में वृद्धि से बैंकों के इक्विटी निवेश पर प्रभाव पड़ सकता है।
FMCG बजट 2024 में ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करने से FMCG कंपनियों को लाभ हो सकता है। हालांकि, कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि और उपभोक्ताओं की जेब पर पड़ने वाले प्रभाव से इस क्षेत्र की वृद्धि धीमी हो सकती है।
बुनियादी ढांचा बजट 2024 में बुनियादी ढांचे पर ₹7.5 लाख करोड़ के भारी निवेश से इस क्षेत्र को सीधा लाभ होने की उम्मीद है। इससे संबंधित कंपनियों के शेयरों की कीमतों में वृद्धि हो सकती है। निर्माण गतिविधियों में तेजी आने से इस क्षेत्र से जुड़ी अन्य कंपनियों को भी फायदा हो सकता है।
कुल मिलाकर, बजट 2024 का शेयर बाजार पर मिश्रित प्रभाव पड़ने की संभावना है। कुछ क्षेत्रों को सीधा लाभ मिल सकता है, जबकि अन्य क्षेत्र अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित हो सकते हैं।