फिलिस्तीन के समूह ने इजराइल के कैदखानों में सुधार की मांग की है, जिसमें कई कैदियों को बाहर निकाला गया है जिनकी हालत बेहद खराब थी। गाजा में फिलिस्तीन की विधायिका ने तत्काल कार्रवाई की मांग की है, जिसमें स्टारवेशन, आइसोलेशन और टॉर्चर के आरोप लगाए गए हैं, जिनकी पुष्टि व्हिस्टलब्लोअर्स और मेडिकल प्रोफेशनल्स के बयान से हुई है।
पृष्ठभूमि
इजराइल के कैदखानों में कैदियों के साथ होने वाले शोषण और उपेक्षा का मुद्दा कई सालों से चला आ रहा है। मई में सीएनएन ने नेवे फैसिलिटी में whistle-blowers के बयान के आधार पर एक जांच प्रकाशित की थी, जिसमें डॉक्टरों के द्वारा कैदियों के अंगों को काटने के आरोप लगाए गए थे और मेडिकल प्रक्रियाओं को अंजाम देने वाले अनुभवहीन चिकित्सकों के द्वारा किए जाने के आरोप लगाए गए थे। लगभग 30 कैदियों को नेवे और ओफर कैदखानों से बाहर निकाला गया है, जिसमें अजीज द्वीक, फिलिस्तीन की विधायिका के पूर्व अध्यक्ष भी शामिल हैं, जिन्हें हामास से संबंधित होने के आरोप में नौ महीने से ज्यादा समय से कैद थे। द्वीक की बाहर निकाले जाने की हालत बेहद खराब थी, जिसमें उनका वजन काफी कम हो गया था और उनका रंग भी बदल गया था।
कैदियों के साथ होने वाले शोषण के आरोप
फिलिस्तीन की विधायिका ने कैदियों के साथ होने वाले शोषण के आरोप को काफी कड़ाई से किया है, जिसमें एक प्रवक्ता ने कहा है, “हम कैदियों के साथ होने वाले अत्याचार से नाराज हैं। अजीज द्वीक की बाहर निकाले जाने की हालत एक स्पष्ट संकेत है कि कैदियों के साथ होने वाले अत्याचार क्या है?” विधायिका ने इजराइल के अधिकारियों को स्टारवेशन, आइसोलेशन और टॉर्चर के आरोप लगाए हैं और अंतरराष्ट्रीय निरीक्षण की मांग की है ताकि इन आरोपों की जांच की जा सके।
द्वीक ने कैदियों की हालत का अपना बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि कैदियों को बुनियादी सुविधाएं जैसे चीनी, नमक और फल नहीं मिल रहे थे और कई कैदी स्किन डिजीज से पीड़ित थे और बेहद खराब स्वास्थ्य में थे। “कैदी बेहद खराब स्वास्थ्य में हैं, स्किन डिजीज से पीड़ित हैं और खाना इतना कम है कि बच्चों के लिए भी पर्याप्त नहीं है, फिर कैदियों के लिए तो क्या है?” उन्होंने कहा।
इजराइल के अधिकारियों का जवइजराइल के सैन्य अधिकारियों ने इन आरोपों के जवाब में कहा है कि वे कैदियों के साथ होने वाले अत्याचार को रोकने का प्रयास करते हैं। उन्होंने कहा है कि कैदियों के साथ होने वाले अत्याचार के आरोप को काफी गंभीरता से लिया जाता है और काफी कार्रवाई की जाती है। लेकिन इजराइल के अधिकारियों ने इन आरोपों के बारे में कोई विशेष जानकारी नहीं दी है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने इजराइल के सरकार से फिलिस्तीन के कैदियों के साथ होने वाले अत्याचार के बारे में अधिक स्पष्टता और जवाबदेही की मांग की है। उन्होंने कहा है कि वे फिलिस्तीन के कैदियों के साथ होने वाले अत्याचार के बारे में चिंतित हैं और इजराइल के सरकार से कैदियों के साथ होने वाले अत्याचार को रोकने की मांग करते हैं।
फिलिस्तीन के समूह की मांग कैदियों के साथ होने वाले अत्याचार के बारे में अंतरराष्ट्रीय निरीक्षण की है, जिसमें इन आरोपों की जांच की जा सके। फिलिस्तीन के समूह की मांग काफी स्पष्ट है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इन आरोपों को गंभीरता से लेना चाहिए और कैदियों के साथ होने वाले अत्याचार को रोकने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए।
सुझाव
अंतरराष्ट्रीय निरीक्षण: अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इजराइल के कैदखानों में सुधार की मांग की है, ताकि इन आरोपों की जांच की जा सके।
स्पष्टता: इजराइल के सरकार से फिलिस्तीन के कैदियों के साथ होने वाले अत्याचार के बारे में स्पष्टता की मांग की है।
जवाबदेही: कैदियों के साथ होने वाले अत्याचार के आरोप के लिए जवाबदेही की मांग की है।
मानवीय सहायता: अंतरराष्ट्रीय समुदाय को फिलिस्तीन के कैदियों और उनके परिवारों को मानवीय सहायता प्रदान करनी चाहिए, जिसमें चिकित्सा सेवाएं और अन्य आवश्यक सेवाएं शामिल हैं।