चीन ने अपनी जलसेना की ताकत को और बढ़ाने का एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। चीन की तीसरी विमानसेना वाहक, फुजियान ने अपना पहला समुद्री परीक्षण पूरा किया है, जिससे चीन की जलसेना की क्षमताओं में एक महत्वपूर्ण उन्नति का संकेत मिलता है।
फुजियान, चीन की तीसरी और सबसे उन्नत विमानसेना वाहक, 1 मई, 2024 को शंघाई जियांगनान शिपयार्ड से अपने पहले समुद्री परीक्षण के लिए रवाना हुआ। इस आठ दिवसीय यात्रा के दौरान, विमानसेना ने अपनी प्रेरणा और विद्युत प्रणालियों के साथ अन्य महत्वपूर्ण उपकरणों का भी परीक्षण किया, जिससे उम्मीद की गई परिणाम प्राप्त हुए। प्रसिद्ध चीनी जल सेना विशेषज्ञ एडमिरल ली जी ने कहा, “फुजियान के पहले सफल समुद्री परीक्षण ने चीन की बढ़ती जलसेना की प्रमाणिकता को साबित किया। यह विमानसेना चीन की शक्ति को बढ़ाने और उसके समुद्री हितों की रक्षा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।”
फुजियान का वजन 79,000 टन है और यह चीन की विमानसेना की सबसे बड़ी विमानसेना वाहक है। यह विमानसेना वाहक इलेक्ट्रोमैग्नेटिक एयरक्राफ्ट लॉन्च सिस्टम (EMALS) से लैस है, जो अब तक केवल दुनिया की सबसे बड़ी विमानसेना वाहक USS जेरल्ड आर. फोर्ड के द्वारा उपयोग किया जा रहा है।
निष्कर्ष
फुजियान के समुद्री परीक्षण का समापन चीन की जलसेना के लिए एक नया अध्याय खोलता है और निश्चित रूप से फुजियान की EMALS प्रक्षेपण प्रणाली चीन को विमानसेना आधारित कार्रवाइयों में एक महत्वपूर्ण लाभ प्रदान करेगी। यह हमें अधिक भारी और विकसित विमानों को प्रक्षेपित करने की अनुमति देगी, जिससे हमारी समग्र युद्ध क्षमताएं मजबूत होंगी।