गाजा में एक संयुक्त राष्ट्र स्कूल पर इज़राइल का हमला कम से कम 35 लोगों की मौत का कारण बना है। यह हमला 6 जून, 2024 को हुआ है और इसके बाद से अंतरराष्ट्रीय संगठनों और मानवाधिकार समूहों ने इसकी कड़ी निंदा की है।
इज़राइली सेना ने कहा कि स्कूल हामास का कंपाउंड था और उसने स्कूल के अंदर हामास और इस्लामिक जिहाद के लड़ाकों को निशाना बनाया था। लेकिन गाजा के हामास सरकार ने इस दावे को नकारा है और कहा है कि स्कूल बेघर लोगों के लिए शेल्टर था और लड़ाके वहां नहीं थे।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
यह हमला अंतरराष्ट्रीय संगठनों और मानवाधिकार समूहों द्वारा व्यापक निंदा का सामना कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र ने तत्काल शांति की मांग की है और दोनों पक्षों से नागरिकों की सुरक्षा की पूरी तरह से रक्षा करने की अपील की है। यूरोपीय संघ ने भी हिंसा के खिलाफ आवाज उठाई है और गाजा के मानवाधिकार संकट की चिंता जताई है।
मानवाधिकार संकट
यह हमला गाजा में मानवाधिकार संकट को और भी गंभीर बना दिया है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि गाजा में लोगों के लिए बुनियादी सुविधाएं जैसे खाना, पानी और चिकित्सा सेवाएं तक सुरक्षित पहुंचाना एक बड़ी समस्या है।
सैन्य अभियान
यह हमला गाजा में सैन्य अभियान के उपयोग के बारे में बहस को और भी जोर दे दिया है। कई लोगों ने इज़राइली सेना के अभियान की प्रभावशीलता पर सवाल उठाया है और कहा है कि यह अभियान नागरिकों की मौत और संरचनात्मक क्षति का कारण बना है। अन्य लोगों ने कहा है कि सेना का अभियान इज़राइल के नागरिकों की सुरक्षा के लिए आवश्यक है।
संयुक्त राष्ट्र की भूमिका
यह हमला संयुक्त राष्ट्र की गाजा में क्राइसिस के प्रबंधन के बारे में चिंता को और भी जोर दे दिया है। संयुक्त राष्ट्र की आलोचना की गई है कि उसने नागरिकों की सुरक्षा और शांति की पूरी तरह से रक्षा नहीं की है।
महत्वपूर्ण लोगों के उद्धरण
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव: “संयुक्त राष्ट्र गाजा में मानवाधिकार संकट के बारे में चिंता जताता है और तत्काल शांति की मांग करता है।”
यूरोपीय संघ के विदेश मंत्री: “यूरोपीय संघ हिंसा के खिलाफ आवाज उठाता है और सेना के अभियान के खिलाफ है।”
इज़राइली रक्षा मंत्री: “इज़राइली सेना ने नागरिकों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से रक्षा की है और स्कूल के अंदर हामास के लड़ाकों को निशाना बनाया था।”
अमेरिकी राष्ट्रपति: “अमेरिका तत्काल शांति की मांग करता है और दोनों पक्षों से नागरिकों की सुरक्षा की पूरी तरह से रक्षा करने की अपील करता है।”
गाजा में स्कूल पर इज़राइल का हमला एक बड़ा मानवाधिकार संकट है जिसके बारे में संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने चिंता जताई है। इज़राइली सेना के अभियान की प्रभावशीलता पर सवाल उठाया गया है और संयुक्त राष्ट्र की भूमिका की आलोचना की गई है। इस हमले ने गाजा में मानवाधिकार संकट को और भी गंभीर बना दिया है और तत्काल शांति की मांग की जाती है।