दुनिया में कुछ लोग अपने कार्यों से प्रेरणा के पात्र और मिसाल बन जाते हैं। ऐसे ही प्रेरणा के पात्र हैं नेल्सन मंडेला। दक्षिण अफ्रीका से ताल्लुक रखने वाले मंडेला ने शांति और रंगभेद के लिए अपना विशेष योगदान दिया है। उनके इसी अतुलनीय संघर्ष की वजह से उनके जन्मदिन को नेल्सन मंडेला इंटरनेशनल डे (Nelson Mandela International Day) के रूप में मनाया जाता है। इस खास दिन को मंडेला दिवस के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन को लोगों को गरीबी से लड़ने के लिए, सांस्कृतिक विविधता एवं पूरे विश्व में शांति और एकता के प्रति लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है। वहीं इस खास दिन को 67 मिनट मंडेला दिन के नाम से भी जाना जाता है। यहां अगर 67 मिनट को आसान शब्दों में समझें तो उन्होंने लोगों के लिए 67 सालों तक लड़ाई लड़ी और इस खास दिन पर लोगों को 67 मिनट तक देश के लिए अच्छा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
2024 की थीम
नेल्सन मंडेला इंटरनेशनल डे की शुरुआत साल 2009 से हुई, जो मंडेला के मूल्यों और आदर्शों को दर्शाता है। इस दिन को प्रत्येक वर्ष विशेष थीम के साथ मनाया जाता है। इस साल यानि 2024 में नेल्सन मंडेला अंतरराष्ट्रीय दिवस की थीम है “गरीबी और असमानता से लड़ना अभी भी हमारे हाथ में है।”
नेल्सन मंडेला पुरस्कार
साल 2014 मे संयुक्त राष्ट्र आम सभा द्वारा नेल्सन मंडेला पुरस्कार शुरू करने की भी घोषणा की गई थी। यह पुरस्कार प्रत्येक पांच वर्षों में एक बार दिया जाने वाला पुरस्कार है। इस पुरस्कार के माध्यम से उन लोगों की उपलब्धियों को पहचान देने के लिए दिया जाता है जिन्होंने अपना जीवन मानवता की सेवा में समर्पित किया हो।
दक्षिण अफ्रीका के रंगभेद से लोकतंत्र में परिवर्तन के दौरान मंडेला का नेतृत्व एकता और राष्ट्र निर्माण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का उदाहरण है। साल 1994 से 1999 तक उनकी अध्यक्षता अतीत के घावों को भरने और सभी नागरिकों के लिए समानता, गरिमा और सम्मान पर आधारित समाज को बढ़ावा देने के प्रयासों से चिह्नित थी। नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस एक स्मरणोत्सव से अधिक है, जो हर जगह व्यक्तियों के लिए मंडेला के साहस, करुणा और सामाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्धता का अनुकरण करने के लिए कार्रवाई करने का आह्वान है।