Female genital mutilation ban: अब इस मुस्लिम मुल्क नहीं होगा औरतों का खतना? महिलाएं कर रही हैं विरोध

दुनिया के अलग-अलग धर्मों में कई तरह प्रथाएं होती हैं। कुछ प्रथाएं अच्छी होती तो कुछ खराब  होती हैं। यकीन मानिये कुछ प्रथाएं इस कदर ख़राब होती हैं कि उस पर चर्चा करना ही बड़े शर्म की बात होती है। ऐसी ही एक प्रथा इस्लाम में है, जो सभी महिलाओं के जी का जंजाल बनी हुई है। मुस्लिम महिलाओं के लिए अभिशाप बन चुकी यह प्रथा इतनी दर्दनाक है कि क्या कहने। इस्लाम में जिस तरह पुरुषों का खतना होता है उसी तरह महिलाओं का भी खतना (Female genital mutilation ban) किया जाता है। दरअसल, पाकिस्तान में यह मुस्लिम महिलाओं के लिए अब खतरनाक होती जा रही है। इससे तमाम तरह के संक्रमण होने की आशंका रहती है। इससे कई महिलाओं को असहनीय दर्द का सामना करना पड़ता है। इसी दर्द से मुक्ति पाने के लिए महिलाएं विरोध पर उतर आईं हैं। अब तो आलम यह है पाकिस्तान में कई ऐसी महिलाएं सामने आ रही हैं जो ना सिर्फ इस प्रथा के कारण झेल चुकी दर्द को बयां कर रही हैं, बल्कि इसका खुलकर विरोध भी कर रही हैं। 

महिलाएं करने लगी हैं खतना बैन (Female genital mutilation ban) करने कीमांग 

बता दें पाकिस्तान के दाऊदी बोहरा समुदाय से जुडी महिलाओं का खतना (Female genital mutilation ban) किया जाता है। इनमें यह एक आम प्रथा है। आकड़ों की माने तो, पाकिस्तान में तकरीबन 75 से 85 प्रतिशत दाऊदी बोहरा महिलाएं या तो निजी आवासों में बड़ी उम्र की महिलाओं द्वारा बिना किसी एनेस्थीसिया और बिना स्टरलाइज़ किए औज़ारों से खतना करवाती हैं। बता दें कि पाकिस्तान में तकरीबन 100,000 दाऊदी बोहरा समुदाय के लोग रहते हैं। ध्यान देने महत्वपूर्ण बात यह कि पाकिस्तान में खतना प्रथा को अपराध घोषित करने वाला कोई विशेष कानून ही नहीं है। बात करें पाकिस्तान दंड संहिता की तो इसके तहत, धारा 328A (बच्चों के प्रति क्रूरता), 333 (अंग विच्छेदन या अंग-भंग) और 337F (मांस को चीरना) जैसे व्यापक प्रावधान, सिद्धांत रूप में लागू किए जा सकते हैं। लेकिन हैरत यह कि आज तक ऐसा कोई मुकदमा किसी ने दर्ज ही नहीं किया। 

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जानिए क्या होता है महिलाओं में खतना (Female genital mutilation ban)?

दरअसल, महिलाओं का खतना करते समय उनके क्लिटरस को काट (Female genital mutilation ban) दिया जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि “खतना से महिलाओं में प्रजनन संबंधी जटिलताएं हो सकती है। मानव शरीर के किसी भी अंग की तुलना में क्लिटरस में सबसे अधिक तंत्रिका अंत होते हैं और यह महिला शरीर का सबसे संवेदनशील अंग है। जब इसे विकृत किया जाता है तो तंत्रिका अंत कट जाते हैं। इससे संवेदना खत्म हो जाती है।”

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