विजयवाड़ा में आज टीडीपी सुप्रीमो चंद्रबाबू नायडू ने चौथी बार आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ जनसेना प्रमुख पवन कल्याण ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह गन्नावरम एयरपोर्ट के पास केसरपल्ली IT पार्क में आयोजित हुआ। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई एनडीए के नेता मौजूद थे।
NDA गठबंधन की सरकार बनी
इस बार आंध्र प्रदेश में एनडीए गठबंधन की सरकार बनी है, जिसमें टीडीपी, जनसेना और बीजेपी शामिल हैं। चंद्रबाबू नायडू ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, जबकि पवन कल्याण ने डिप्टी सीएम का पद संभाला। नायडू ने कहा, “आंध्र प्रदेश की जनता ने हमें सेवा करने का मौका दिया है और अब हम पूरी मेहनत से जनता की सेवा करेंगे।”
कैबिनेट में शामिल मंत्री
नायडू की कैबिनेट में 24 मंत्री शामिल किए गए हैं, जिनमें टीडीपी से 19, जनसेना से 3 और बीजेपी से 2 मंत्री हैं। नायडू के बेटे नारा लोकेश भी इस कैबिनेट में शामिल किए गए हैं। जनसेना पार्टी के नान्देला मनोहर, बी श्रीनिवास और कंडुला दुर्गेश ने मंत्री पद की शपथ ली। वहीं बीजेपी के कोटे से कामिनेनी श्रीनिवास राव और सी आदिनारायण रेड्डी ने मंत्री पद संभाला।
चुनाव में मिली भारी बहुमत
आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में एनडीए ने 175 में से 164 सीटें जीतकर भारी बहुमत हासिल किया। इस जीत में टीडीपी को 135, जनसेना को 21 और बीजेपी को 8 सीटें मिलीं। वहीं, YSRCP को केवल 11 सीटें मिलीं और कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत सकी।
प्रधानमंत्री मोदी का अहम रोल
इस जीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अहम रोल रहा। चुनाव के दौरान नायडू, मोदी और पवन कल्याण की जबरदस्त केमेस्ट्री देखने को मिली। नायडू ने इस जीत का श्रेय मोदी को दिया और कहा कि उनकी कोशिशों से यह सफलता मिली है।
राजधानी का ऐलान
चंद्रबाबू नायडू ने अपनी शपथ से पहले घोषणा की कि आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती होगी। यह ऐलान राज्य के विकास और प्रशासनिक सुधारों के लिहाज से महत्वपूर्ण है।
समारोह में विशेष आमंत्रण
शपथ ग्रहण समारोह में उन 112 लोगों को भी खास तौर पर बुलाया गया जिन्हें जगन मोहन रेड्डी के शासनकाल में टारगेट किया गया था। टीडीपी समर्थकों और उनके परिवार के लोगों को भी इस समारोह में खास निमंत्रण दिया गया।
गठबंधन की चुनौतियां
चुनाव में भारी बहुमत के बावजूद नायडू के सामने कई चुनौतियां हैं। सबसे प्रमुख चुनौती राज्य की राजधानी का विकास और प्रशासनिक सुधार है। इसके साथ ही गठबंधन में शामिल सभी दलों के बीच तालमेल बनाए रखना भी महत्वपूर्ण होगा।
नायडू की राजनीतिक यात्रा
चंद्रबाबू नायडू की राजनीतिक यात्रा में यह चौथी बार मुख्यमंत्री बनने का मौका है। वे राज्य की कमान संभालने वाले सबसे अनुभवी नेता हैं। 1996 में एनडीए में शामिल हुए नायडू ने 1998 में वाजपेयी सरकार और 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार में गठबंधन का हिस्सा रहे। हालांकि, 2018 में मोदी सरकार से अलग होने के बाद अब फिर से एनडीए में शामिल हो गए हैं।चंद्रबाबू नायडू और पवन कल्याण की जोड़ी के नेतृत्व में आंध्र प्रदेश में एनडीए की सरकार ने एक नई शुरुआत की है। राज्य की जनता ने भारी बहुमत देकर इन नेताओं पर विश्वास जताया है। अब देखना होगा कि यह सरकार राज्य की विकास और जनता की उम्मीदों पर कितना खरा उतरती है।