मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के काफिले पर सोमवार, 10 जून, 2024 को जिरीबाम जिले की ओर जाते समय उग्रवादियों ने घात लगाकर हमला कर दिया। यह घटना कांगपोकपी जिले में हुई जब मुख्यमंत्री के सुरक्षा काफिले पर अचानक कई राउंड गोलीबारी की गई। इस हमले में एक जवान घायल हो गया।
घटना का विवरण
पुलिस के अनुसार, मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के काफिले को जिरीबाम जिले की ओर जाते समय निशाना बनाया गया, जहां हाल ही में हिंसा भड़की थी। जैसे ही काफिला राष्ट्रीय राजमार्ग-53 के कोटलेन गांव के पास पहुंचा, उग्रवादियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की, लेकिन गोलीबारी अभी भी जारी थी।
मुख्यमंत्री की योजना
मुख्यमंत्री बीरेन सिंह, जो अभी दिल्ली में थे, जिरीबाम जिले की स्थिति का जायजा लेने के लिए जाने की योजना बना रहे थे। एक अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री के आने से पहले सुरक्षा टीम जिरीबाम जिले में भेजी गई थी। हालांकि, इस हमले के बाद से मुख्यमंत्री का दौरा स्थगित हो सकता है।
जिरीबाम में हिंसा
जिरीबाम जिले में पिछले कुछ दिनों से तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। शनिवार, 8 जून, 2024 को संदिग्ध उग्रवादियों ने दो पुलिस चौकियों, वन विभाग के ऑफिस और 70 से अधिक मकानों को आग लगा दी थी। इस घटना के बाद से इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।
हत्या के बाद भड़की हिंसा
6 जून, 2024 को एक 59 वर्षीय व्यक्ति की हत्या के बाद जिरीबाम में हिंसा भड़क उठी थी। सोइबम सरतकुमार सिंह नामक इस व्यक्ति का शव खेत में मिला था, जिस पर नुकीली चीज से किए गए घाव के निशान थे। इस हत्या के बाद से इलाके में तनाव बढ़ गया और कई घरों को आग के हवाले कर दिया गया।
स्थिति की गंभीरता
मई 2023 से मणिपुर में जातीय हिंसा की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिसमें अब तक 200 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। शनिवार को हुई ताजा हिंसा के बाद कई लोग अपने घर छोड़कर असम के कछार जिले में शरण ले रहे हैं। कछार जिले की पुलिस ने सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी है।
घायल जवान की स्थिति
उग्रवादी हमले में घायल सुरक्षाबल को इंफाल के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। पुलिस और असम राइफल्स के जवान इलाके में तलाशी अभियान चला रहे हैं ताकि हमलावरों को पकड़ा जा सके।
मणिपुर में उग्रवादियों के हमलों से स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। मुख्यमंत्री बीरेन सिंह का जिरीबाम दौरा इलाके में शांति स्थापित करने की एक कोशिश थी, लेकिन इस हमले ने स्थिति को और जटिल बना दिया है। सरकार और सुरक्षा बलों को अब और सख्ती से कार्रवाई करनी होगी ताकि इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके और राज्य में शांति बहाल हो सके।