धर्मनिरपेक्षता के दोहरे मानदंडः हिंदुओं, ईसाइयों और सिखों पर चुटकुलों की अनुमति तो है, लेकिन मुसलमानों पर क्यों नहीं?

एक ऐसी दुनिया में जो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और धर्मनिरपेक्षता पर गर्व करती है, जब धार्मिक हास्य की बात आती है…