विश्वविख्यात तिरुपति बालाजी मंदिर (Tirupati Balaji Temple) में प्रसाद के रूप में मिलने वाले लड्डुओं में जानवरों की चर्बी और मछली के तेल के इस्तेमाल की खबर प्रकाश में आने के बाद देश भर में राजनीति गरमाई हुई है। दरअसल, आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने बीते दिनों लड्डुओं में जानवरों की चर्बी मिलाए जाने की बात का खुलासा किया था। ऐसे में जब जांच की गई तो जांच में जानवरों की चर्बी के अलावा मछली के तेल इत्यादि के भी मिलावट की बात सामने निकलकर आई। इसके बाद से तो राजनीतिक गलियारों में हंगामा बरपा हुआ है।
राहुल गांधी के एजेंटों की करतूत?
कोई इसे सौ करोड़ हिंदुओं की आस्था से जानबूझकर किया गया खिलवाड़ बता रहा है, तो कोई इसे एक सोची-समझी गहरी साजिश करार दे रहा है। कुल-मिलाकर जानवरों की चर्बी मिलाये जाने से करोड़ों लोगों के मन में रोष व्याप्त है और वो इसके पीछे के खुराफ़ातियों को जल्द से जल्द पकड़कर कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं। यह तो ठीक, लेकिन बिहार बीजेपी इकाई के प्रवक्ता के बयान ने तो सनसनी मचा दी है। खबर के मुताबिक बिहार बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता, सुमित शशांक ने शुक्रवार को मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि “तिरुपति बालाजी मंदिर (Tirupati Balaji Temple) के प्रसाद में जानवरों की चर्बी का पाया जाना हिंदू विरोधी मानसिकता और राहुल गांधी के एजेंटों का प्रयोग है, जो देश में हिंदू धर्म को समाप्त करना चाहते हैं। ऐसे लोगों को बखूबी पता है कि उनका कोई कुछ कर नहीं पाएगा। कारण यही जो वो बेख़ौफ़ होकर मजे से हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को खिलवाड़ करते रहते हैं।”
कांग्रेस प्रायोजित तंत्र हिंदुओं की धार्मिक आस्था से कर रहा है खिलवाड़
यही नहीं, सुमित ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि “जहां भी गैर बीजेपी शासन है वहां आहिस्ता-आहिस्ता हिंदू बहुसंख्यक आबादी दोयम दर्जे की नागरिक बनती जा रही है। और तो और जिन राज्यों में एनडीए अथवा बीजेपी की सरकार है, वहां कांग्रेस प्रायोजित तंत्र सनातनियों के बीच में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ दुर्भावना फैलाने तथा हिंदुओं की धार्मिक आस्था से खिलवाड़ करने का प्रयास कर रहा है। न सिर्फ प्रयास कर रहा है बल्कि हिंदू विरोधी मानसिकता का समर्थन भी कर रहा है।”
वोटो के तुष्टिकरण की राजनीति?
कुल-मिलाकर देखा जाए तो बीजेपी प्रवक्ता के बयान में कितनी सच्चाई है वो तो आगे साफ हो ही जाएगी, लेकिन तय बात यह कि सभी राजनीतिक पार्टियां तिरुपति बालाजी मंदिर (Tirupati Balaji Temple) के प्रसाद में चर्बी मिलाने वाले मुद्दे को हाथ से जाने नहीं देना चाहती हैं। ऐसे में राजनीतिक लाभ लेने के लिए एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का खेल शुरू हो चुका है। सत्ता पक्ष, विपक्ष पर हमलावर है तो विपक्ष इसे चुनावी लाभ और वोटों के तुष्टिकरण की राजनीति करार दे रहा है। दरअसल, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और झारखण्ड समेत महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में चाहे कुछ भी हो, लेकिन एक बात तो तय है कि आगे चलकर इस मुद्दे पर गहरी राजनीति हो सकती है।
#BJPvsCongress #PoliticalControversy #TirupatiTemple #RahulGandhiClaim #IndianPolitics #BJPSpokesperson #TempleDebate