झारखंड में हावड़ा-मुंबई ट्रेन पटरी से उतरने से 2 लोगों की मौत, 20 घायल बदाबंबू के पास हावड़ा-मुंबई मेल दुर्घटना से भारी व्यवधान पैदा होता है।
हावड़ा-मुंबई-हावड़ा-मुंबई मेल के 18 डिब्बे पटरी से उतर गए। पटरी से उतरने से दो लोगों की मौत हो गई और बीस अन्य घायल हो गए। सुबह करीब 3:45 बजे, जमशेदपुर से 80 मील दूर, त्रासदी हुई।
हताहतों का विवरणः हावड़ा-मुंबई मेल ट्रेन (ट्रेन नं. 128010) स्थानः बदाबंबू के पास, चक्रधरपुर मंडल, झारखंड।
घटना सुबह 3:45 बजे की है। इसमें 16 यात्री डिब्बे, 1 पावर कार और 1 पेंट्री कार शामिल थी। 2 लोगों की मौत हो गई और 20 घायल हो गए।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल ने बचाव अभियान के लिए दल के सदस्यों को घटनास्थल पर भेजा। रेलवे के चिकित्सा विशेषज्ञों ने घायल यात्रियों को चक्रधरपुर ले जाने से पहले उनका प्रारंभिक उपचार किया। एक बचाव ट्रेन क्षेत्र को खाली करने और फंसे हुए लोगों को निकालने में मदद कर रही है।
लघु समाप्ति/उत्पत्तिः 18114 बिलासपुर-टाटानगर एक्सप्रेस (Rourkela short-ended)
18190 एर्नाकुलम-टाटानगर एक्सप्रेस (Chakradharpur short-ended)
18011 हावड़ा-चक्रधरपुर एक्सप्रेस (Adra short-cut)
8110 इटवारी-टाटानगर एक्सप्रेस (बिलासपुर शॉर्ट-एंडेड) भी उपलब्ध हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँः कांग्रेस सांसद माणिकम टैगोर ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की आलोचना करते हुए उन्हें “रेल दुर्घटनाओं का मंत्री” कहा और जवाबदेही की मांग की।
टीएमसी सांसद सुष्मिता देव ने पिछले दस वर्षों में रेल दुर्घटनाओं की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त की।
शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार के रेलवे सुरक्षा रिकॉर्ड की आलोचना की।
जैसे ही पश्चिम बंगाल के राज्यपाल C.V. आनंद बोस और टीएमसी नेता सागरिका घोष शामिल हुए, सरकार की रेल सुरक्षा नीतियों को फाड़ने के साथ शोक व्यक्त किया गया।
वर्तमान स्थितिः हम पटरी से उतरने के कारण की जांच कर रहे हैं। रेलवे प्रभावित ग्राहकों को वैकल्पिक परिवहन और सहायता प्रदान करता है। यह आयोजन भारतीय रेलवे सुरक्षा चिंताओं को उजागर करता है।