Bangladesh में हिंदू और दूसरे छोटे समुदायों पर हो रहे हमलों के बीच यूएन ने कड़ी निंदा की है। यूएन प्रमुख एंटोनियो गुतारेस के प्रवक्ता ने हिंसा रोकने की जरूरत पर जोर दिया है, जबकि मोहम्मद यूनुस ने अस्थाई सरकार की जिम्मेदारी संभाली है।
Bangladesh में हिंदुओं पर हमला: यूएन ने की नस्लीय हिंसा की निंदा
Bangladesh में पिछले कुछ हफ्तों से हिंदू समुदाय और दूसरे छोटे समुदायों पर हो रहे हमलों ने दुनिया का ध्यान खींचा है। इस गंभीर स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के महासचिव एंटोनियो गुतारेस के प्रवक्ता फरहान हक ने 9 अगस्त 2024 को साफ किया कि यूएन किसी भी तरह के नस्लीय हमले या हिंसा के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में चल रही हिंसा को रोकने की कोशिशें हो रही हैं और यूएन इस मुद्दे पर नजर बनाए हुए है।
शेख हसीना का इस्तीफा और हिंसा का दौर
5 अगस्त 2024 को Bangladesh की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा देकर भारत की तरफ रुख किया। उनके इस्तीफे के बाद देश में हिंसा शुरू हो गई, जिसमें हिंदुओं के मंदिरों, घरों और दुकानों पर हमले हुए। हसीना की पार्टी अवामी लीग से जुड़े कम से कम दो हिंदू नेताओं की हत्या भी कर दी गई।
नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस ने Bangladesh की अस्थाई सरकार के प्रमुख के रूप में 8 अगस्त को शपथ ली। यूएन ने इस पर कहा कि वे उम्मीद करते हैं कि नई सरकार सबको साथ लेकर चलेगी और देश में शांति लाएगी। फरहान हक ने कहा, “शांति की कोई भी उम्मीद अच्छी बात है।”
यूएन की भूमिका
मोहम्मद यूनुस ने शपथ लेने के बाद अस्थाई सरकार की जिम्मेदारी संभाली। उनके सामने सबसे बड़ा काम देश में शांति लाना और निष्पक्ष चुनाव कराना है। 84 साल के यूनुस को राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में मुख्य सलाहकार के रूप में शपथ दिलाई, जो प्रधानमंत्री जैसा पद है। इस समारोह में कई पार्टियों के नेता, जज, और दूसरे बड़े लोग मौजूद थे, लेकिन हसीना की पार्टी का कोई भी नेता वहां नहीं था।
यूनुस की सरकार में 16 सदस्य हैं, जिनमें से ज्यादातर आम लोगों से जुड़े हैं। इन मंत्रियों का चुनाव छात्र नेताओं, आम लोगों के प्रतिनिधियों और सेना के बीच बातचीत के बाद किया गया। इस दौरान, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूनुस को बधाई दी और उम्मीद जताई कि बांग्लादेश में जल्द ही हालात सामान्य हो जाएंगे।
Bangladesh में स्थिति की गंभीरता
Bangladesh में हिंसा की घटनाओं ने वहां के हालात को और बिगाड़ दिया है। हिंसा के दौरान 45 जिलों में हिंदुओं पर हमले हुए हैं, और कई लोग जान बचाकर भारत भाग गए हैं। हालात की गंभीरता को देखते हुए यूएन से मांग की गई है कि वह इस मामले में दखल दे और जांच करे।
फरहान हक ने कहा कि यूएन इस बात पर विचार करेगा कि नई सरकार से किस तरह का औपचारिक अनुरोध आता है। हालांकि, यूएन की स्थानीय समन्वयक ग्विन लुईस शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुई थीं और वह यह सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय हैं कि जमीनी स्तर पर बदलाव शांतिपूर्ण हो।