उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में राज्य कार्यकारिणी की बैठक में भाजपा के 2024 लोकसभा के प्रदर्शन पर चर्चा की। आदित्यनाथ ने माना कि चुनाव के बाद भाजपा की उत्तर प्रदेश इकाई की पहली बड़ी सभा, सम्मेलन के दौरान अति आत्मविश्वास ने पार्टी सदस्यों और उम्मीदवारों की चुनावी उम्मीदों को नुकसान पहुंचाया था।
भाजपा का चुनावी प्रदर्शन और अति आत्मविश्वास
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भाजपा के अति आत्मविश्वास और वोट बदलने की गतिशीलता ने उनके प्रदर्शन को नुकसान पहुंचाया है, जबकि पिछले चुनावों की तुलना में वोट प्रतिशत को बनाए रखा है। पार्टी ने उत्तर प्रदेश में 33 सीटें जीतीं, जो 2019 में 62 थीं। हालांकि, विपक्ष, विशेष रूप से सपा और कांग्रेस ने महत्वपूर्ण लाभ कमाया। सपा को 37 और कांग्रेस को छह सीटें मिली हैं।
चुनाव की तैयारी
आदित्यनाथ ने पार्टी सदस्यों को 10 विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव और 2027 के राज्य विधानसभा चुनावों के लिए तेजी से जुटने की सलाह दी। उन्होंने लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों, विधायकों, एमएलसी, जिला पंचायत अध्यक्षों, महापौरों, ब्लॉक प्रमुखों और अध्यक्षों को 2027 के चुनाव की तैयारी तुरंत शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया।
शासन और सोशल मीडिया
मुख्यमंत्री ने पार्टी की छवि और गलत सूचनाओं को दूर करने के लिए सोशल मीडिया के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने भाजपा नेताओं और कर्मचारियों को गलत सूचना का खंडन करने के लिए सोशल मीडिया पर आक्रामक होने की सलाह दी। आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में माफिया को खत्म करने और 500 वर्षों के बाद अयोध्या में श्री राम लला की स्थापना सहित पार्टी की सफलताओं पर भी प्रकाश डाला।
पिछली सफलताओं और भविष्य की चुनौतियों पर विचार करें।
आदित्यनाथ ने मेहमानों को नरेंद्र मोदी की 2014,2017,2019 और 2022 की उपलब्धियों की याद दिलाई। हालांकि, उन्होंने पार्टी को चुनाव में हार के बाद आत्मसंतुष्ट नहीं होने की चेतावनी दी। आधिकारिक दर्जे के बावजूद, मुख्यमंत्री ने भाजपा कर्मचारियों को जनता की सेवा करने और उनके मुद्दों को हल करने की सलाह दी।
विपक्ष के साथ संघर्ष
आदित्यनाथ ने दावा किया कि विपक्ष, विशेष रूप से समाजवादी ने जाति की राजनीति का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि भाजपा के नियंत्रण में विपक्ष की धमकी और हिंसा कम हो गई है। मुख्यमंत्री ने इन मुद्दों से निपटने के लिए पार्टी की एकता पर जोर दिया।
कॉल टू एक्शन
आदित्यनाथ ने पार्टी सदस्यों से भाजपा की चुनावी सफलता सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई करने का आग्रह करते हुए अपना भाषण समाप्त किया। उन्होंने विपक्षी समूहों के खिलाफ एकजुट होने और सोशल मीडिया को अधिकतम करने की आवश्यकता पर जोर दिया। मुख्यमंत्री के संबोधन में पिछली सफलताओं को दर्शाया गया और भविष्य की राजनीतिक जीत के लिए रणनीति तैयार की गई।