Mini Kolkata in Delhi: दिल्ली में बसा है ‘मिनी कोलकाता’, चितरंजन पार्क का अनोखा रंग और संस्कृति

मिनी कोलकाता JRN

दिल्ली के दक्षिणी भाग में स्थित चितरंजन पार्क, जिसे ‘मिनी कोलकाता’ (Mini Kolkata in Delhi) के नाम से भी जाना जाता है, बंगाली संस्कृति और परंपराओं का अद्भुत केंद्र है। यह स्थान न केवल अपनी खास पहचान बनाए हुए है, बल्कि दिल्ली के विविध संस्कृति वाले नक्शे में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। चितरंजन पार्क (सीआर पार्क) में रहने वाले लोग मुख्यतः बंगाली समुदाय से ताल्लुक रखते हैं, और यह इलाका अपने खाने-पीने, उत्सवों और सांस्कृतिक आयोजन के कारण प्रसिद्ध है। आइए जानें, इस ‘मिनी कोलकाता’ (Mini Kolkata in Delhi) के बारे में कुछ खास बातें।

बंगाली समुदाय का हृदयस्थल

मिनी कोलकाता

चितरंजन पार्क की स्थापना का उद्देश्य विभाजन के बाद पूर्वी बंगाल (अब बांग्लादेश) से आए बंगालियों को बसाना था। चितरंजन पार्क के ईबीडीपी एसोसिएशन के सेक्रेटरी, 72 वर्षीय गौतम सेन चौधरी ने लोकल 18 की टीम से बातचीत में बताया कि “जब भारत का विभाजन हुआ, तो सिविल सेवकों ने खुद को पूर्वी बंगाल और पश्चिम बंगाल में बंटा हुआ महसूस किया। पूर्वी बंगाल पाकिस्तान का हिस्सा बन गया, जबकि पश्चिम बंगाल भारत में ही रहा। उस समय बहुत से बंगाली सेंट्रल गवर्नमेंट के सिविल सर्वेंट थे, जिसके चलते उन्होंने दिल्ली में अपनी जगह की मांग की। तब उन्हें सेंट्रल गवर्नमेंट द्वारा चितरंजन पार्क में जमीन अलॉट की गई, और पूर्वी पाकिस्तान से आए बंगाली समुदाय के लोग यहां बस गए। 

आज यह क्षेत्र बंगाली समुदाय का हृदयस्थल बन चुका है

इस कॉलोनी की स्थापना 1960 में हुई थी, और बंगाली समुदाय के लोगों को रहने के लिए कुल 3300 प्लॉट्स दिए गए। चितरंजन पार्क में अब 24 भूगोलिक ब्लॉक हैं, जहां लगभग 55,000 लोग रहते हैं, जिनमें से 70% बंगाली समुदाय से हैं। आज यह क्षेत्र बंगाली समुदाय का हृदयस्थल बन चुका है। यहां के लोग अपनी सांस्कृतिक धरोहर को संजोए हुए हैं और इसे दिल्ली के अन्य हिस्सों में भी जीवंत बनाए रखने का काम कर रहे हैं। यहां आपको बंगाली संस्कृति की हर छोटी-बड़ी झलक मिल जाएगी, चाहे वो पूजा-पाठ हो, पारंपरिक संगीत हो, या बंगाली खान-पान।

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दुर्गा पूजा की धूम

चितरंजन पार्क में दुर्गा पूजा का आयोजन किसी बड़े उत्सव से कम नहीं होता। हर साल नवरात्रि के दौरान यहां बड़ी धूमधाम से मां दुर्गा की पूजा की जाती है। इसे देखने के लिए न केवल बंगाली समुदाय बल्कि दिल्ली के अन्य लोग भी बड़ी संख्या में यहां आते हैं। यहां की दुर्गा पूजा अपने भव्य पंडालों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और पारंपरिक अनुष्ठानों के लिए जानी जाती है। पंडालों में मां दुर्गा की मूर्तियां अत्यंत भव्य रूप से सजाई जाती हैं, और चारों ओर भक्ति और उत्सव का माहौल होता है।

खान-पान का स्वर्ग

सीआर पार्क अपने खाने के लिए भी काफी प्रसिद्ध है। यहां आपको बंगाली स्वाद का असली अनुभव मिलेगा। मछली, खासकर रोहू और हिल्सा, यहां की खासियत है। इसके अलावा, यहां की मिठाइयां जैसे रसगुल्ला, संदेश और मिष्टी दोई का स्वाद पूरे दिल्ली में मशहूर है। सीआर पार्क की मार्केट में स्थित मिठाई की दुकानों पर रोज़ाना लोग विशेष रूप से यहां का स्वाद चखने के लिए आते हैं। यहां की स्ट्रीट फूड संस्कृति भी काफी रंगीन है, जहां पुछका (बंगाली पानी पुरी), चॉप और अन्य कई स्वादिष्ट चीज़ें मिलती हैं।

बाजार और संस्कृति का संगम

चितरंजन पार्क की मार्केट्स में आपको बंगाली संस्कृति की झलक हर कोने में दिखाई देगी। यहां की मार्केट्स में पारंपरिक बंगाली साड़ियों से लेकर पूजा के लिए आवश्यक वस्त्र और सामग्रियां भी मिलती हैं। यहां की पुस्तक दुकानों में बांग्ला साहित्य, गीत और नाटक की पुस्तकें आसानी से उपलब्ध हैं। यहां आने वाले लोग न केवल खरीदारी के लिए आते हैं, बल्कि इस स्थान की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और वातावरण का अनुभव करने के लिए भी आते हैं। यहां की गलियों में टहलते हुए, आपको ऐसा महसूस होगा जैसे आप कोलकाता की किसी गली में घूम रहे हों। 

सांस्कृतिक कार्यक्रम और कला

चितरंजन पार्क में कला और संस्कृति को भी महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। यहां वर्ष भर नाटक, संगीत, और नृत्य के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। बांग्ला लोक संगीत, रवींद्र संगीत और नृत्य के कार्यक्रम यहां के लोगों की सांस्कृतिक जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा हैं। सांस्कृतिक केंद्र और क्लब नियमित रूप से विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं, जिनमें स्थानीय कलाकारों से लेकर नामचीन कलाकार भी भाग लेते हैं। यहां के लोग अपनी परंपराओं और संस्कृति को आने वाली पीढ़ियों को सौंपने का प्रयास करते हैं और यह कार्यक्रम उसी दिशा में एक कदम है।

बंगाल की आत्मा का अनुभव

दिल्ली के बीचों-बीच बसा यह ‘मिनी कोलकाता’ (Mini Kolkata in Delhi) न केवल यहां रहने वाले बंगालियों के लिए बल्कि अन्य सभी के लिए भी बंगाली संस्कृति को समझने और उसका अनुभव करने का एक बेहतरीन माध्यम है। चितरंजन पार्क की गलियों में घुमते हुए आप बंगाल की आत्मा का अनुभव कर सकते हैं। यहां के लोग, खान-पान, संगीत, और कला सभी मिलकर इसे एक अनोखा और अद्वितीय स्थान बनाते हैं। चितरंजन पार्क न केवल एक स्थान है, बल्कि यह बंगाली संस्कृति का जीवंत स्वरूप है, जहां लोग अपनी परंपराओं को जिंदा रखे हुए हैं। यहां की संस्कृति, खान-पान और उत्सवों का आनंद लेने के लिए आपको दूर जाने की आवश्यकता नहीं, बल्कि दिल्ली में ही ‘मिनी कोलकाता’ (Mini Kolkata in Delhi) में यह सब मिल जाएगा।

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