Diabetes Epidemic: क्या तली हुई और बेक्ड चीजों को खाने से बढ़ रहा है डायबिटीज एपिडेमिक का खतरा?

डायबिटीज एपिडेमिक

डायबिटीज एक क्रॉनिक और मेटाबॉलिक डिजीज है, जिसमें रोगी के ब्लड ग्लूकोज लेवल के बढ़ने से समय के साथ हार्ट, ब्लड वेसल्स, आंखों, किडनी और नर्वज को नुकसान पहुंचता है। डायबिटीज के कई प्रकार हैं जैसे टाइप 1, टाइप 2 और जेस्टेशनल डायबिटीज। लेकिन, टाइप 2 डायबिटीज सबसे सामान्य प्रकार की डायबिटीज है, जो वयस्कों को होती है। भारत में भी यह समस्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। एक स्टडी के मुताबिक तला हुआ, बेक्ड और प्रोसेस्ड फूड भारत में डायबिटीज एपिडेमिक (Diabetes epidemic) को बढ़ावा दे रहा गए। यानी, समोसा, पकोड़ा चिप्स आदि डायबिटीज एपिडेमिक को ट्रिगर कर सकते हैं। आइए जानें इसके बारे में विस्तार से। डायबिटीज से बचाव के बारे में भी जानें।

डायबिटीज एपिडेमिक (Diabetes epidemic) के बारे में जानकारी

वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन (World Health Organisation) के अनुसार डायबिटीज  से पीड़ित लोगों की संख्या 1980 में 108 मिलियन से बढ़कर 2014 में 422 मिलियन हो गई। मधुमेह का इलाज किया जा सकता है और इसके परिणामों को सही आहार, शारीरिक गतिविधि, दवा और नियमित जांच व उपचार से टाला जा सकता है।

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क्या समोसा, पकोड़ा और चिप्स डायबिटीज एपिडेमिक को ट्रिगर कर सकते हैं? 

हाल ही में की गयी स्टडी के अनुसार भारत में लो एडवांस्ड ग्लाइकेशन एंड प्रोडक्ट्स यानी एजीई डायट डायबिटीज  के खतरे को कम करने में मदद कर सकती है। लो एडवांस्ड ग्लाइकेशन एंड प्रोडक्ट्स वो हानिकारक कंपाउंड होते हैं, जो तब बनते हैं जब कुछ खाद्य पदार्थों को उच्च तापमान पर पकाया जाता है। यह कंपाउंड सूजन, इंसुलिन रेजिस्टेंस और अन्य हेल्थ प्रॉब्लम्स का कारण बन सकते हैं। इनसे डायबिटीज और हार्ट डिजीज का रिस्क भी बढ़ता है। भारत को दुनिया की डायबिटीज कैपिटल भी कहा जाता है, जहां दस करोड़ से भी अधिक लोग इस समस्या से पीड़ित हैं। इस स्टडी को इंडियन मेडिकल कौंसिल ऑफ रिसर्च और मद्रास डायबिटीज रिसर्च फाउंडेशन द्वारा किया गया है। जिसमें यह पाया गया है कि फ्राइड और बेक्ड प्रोडक्ट्स से भारत में डायबिटीज एपिडेमिक (Diabetes epidemic) को ट्रिगर कर सकते हैं।

क्या कहते हैं परिणाम? 

इस स्टडी के अनुसार लो एडवांस्ड ग्लाइकेशन एंड प्रोडक्ट्स (एजीई) डायट लेने वाले लोगों में खाने के 30 मिनट बाद ब्लड ग्लूकोज लेवल कम दिखा और उनके ब्लड में एजीई व सूजन मार्करों का स्तर कम हो गया। इसके विपरीत यह पाया गया है कि हाई एजीई डायट स्वास्थ्य लाभ प्रदान नहीं करती है और यह एजीई और सूजन के उच्च स्तर से जुडी हुई  है, जो हार्ट डिजीज और डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकती है। इसलिए, डायबिटीज एपिडेमिक को ट्रिगर करने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचना जरूरी है।

कैसे करें डायबिटीज से बचाव? 

इस डायबिटीज एपिडेमिक (Diabetes epidemic) से बचाव के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल को पालन करना जरूरी है। इसके लिए इन चीजों का ध्यान रखें: 

  • हेल्दी डाइट लें जैसे फल, सब्जियां, साबुत अनाज आदि।
  • नियमित रूप से व्यायाम करें।
  • स्ट्रेस को मैनेज करें।
  • स्मोकिंग करने से बचें।
  • एल्कोहॉल का सेवन सीमित मात्रा में करें।
  • पर्याप्त नींद लें।
  • नियमित रूप से डायबिटीज की जांच कराएं और डॉक्टर की सलाह का पालन करें।

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