Kumbh Mela : जानिए क्या होता है महाकुंभ में शाही स्नान और कब होता है इनका आयोजन?

Mahakumbh 2024

12 साल बाद प्रयाग में महाकुंभ (Kumbh Mela) का आयोजना होना है। महाकुंभ की शुरुआत पौष पूर्णिमा स्नान के साथ 13 जनवरी 2025 से होगी तो वहीं महाशिवरात्रि के दिन 26 फरवरी 2025 को अंतिम स्नान के साथ इस महापर्व का समापन होगा। बता दें कि समूचे देश के साधु-संतों को महाकुंभ का बेसब्री से इंतजार रहता है। कारण यह कि इस दौरान कुंभ में शाही स्नान होता है। अक्सर कुंभ के दौरान अपने शाही स्नान के बारे में सुना होगा। आपको बता दें कि महाकुंभ के ये 5 शाही स्नान मुख्यता 14 जनवरी के दिन पड़ने वाली मकर संक्रांति, 29 जनवरी (मौनी अमावस्या) 3 फरवरी (बसंत पंचमी), 12 फरवरी (माघी पूर्णिमा) और 26 फरवरी को पड़ने वाली महाशिवरात्रि के दिन होंगे। 

महाकुंभ में स्नान करने से जातकों को मिलता है पापों से छुटकारा – Kumbh Mela

बात करें शाही स्नान की धार्मिक मान्यताओं की तो महाकुंभ में स्नान करने से जातकों को न सिर्फ पापों से छुटकारा मिलता है बल्कि उन्हें सीधे मोक्ष की भी प्राप्ति होती है। और तो और प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान त्रिवेणी संगम के तट पर स्नान करने का अपना विशेष महत्व भी है। इस त्रिवेणी संगम पर विशेष अवसरों पर स्नान करने को ही शाही स्नान के नाम से जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि किन कारणों से संगम के तट पर शाही स्नान किया जाता है। 

इसे भी पढ़ें:- 89 वर्ष की आयु में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला का हुआ निधन

महाकुंभ के पावन अवसर पर साधु-संतों को कराया जाता है ससम्मान स्नान 

बता दें कि सनातन धर्म में प्रयागराज के संगम में किया गया स्नान बड़ा ही पवित्र माना जाता है। प्रयागराज में गंगा यमुना और सरस्वती नदी का संगम होता है। प्रयागराज में गंगा जमुना और सरस्वती के मिलन का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है। ऐसी धार्मिक मान्यता है कि महाकुंभ, कुंभ और अर्धकुंभ के दौरान त्रिवेणी संगम में स्नान करने से जातकों को पापों से छुटकारा मलता है और उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। दरअसल, महाकुंभ, कुंभ और अर्धकुंभ के पावन अवसर पर साधु-संतों को ससम्मान स्नान कराया जाता है। इसलिए ही इसे शाही स्नान कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि महाकुंभ या कुंभ के दौरान ग्रह और नक्षत्रों की विशेष स्थिति के कारण जल चमत्कारी हो जाता है। ऐसे पावन मौंकों पर ही शाही स्नान किया जाता है। जब ग्रह नक्षत्र बेहद शुभ स्थिति में होते हैं तब ये स्नान करने से सभी पापों का नाश होता। 

Latest News in Hindi Today Hindi news हिंदी समाचार

#SpiritualBath #HolyDip #KumbhMelaDates #ShahiSnanDates #KumbhMelaRituals #MahakumbhFestival #ReligiousFestivalsIndia

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *