बिहार (Bihar Expressway) वैसे तो काफी समृद्ध राज्य है परंतु हैरत की बात यह कि यहां एक भी एक्सप्रेसवे नहीं है। कोई बात नहीं, अब बिहार को भी अपना एक्सप्रेसवे मिलने जा रहा है। बता दें कि भारतमाला परियोजना के तहत स्वीकृत आमस दरभंगा एक्सप्रेसवे 189 किलोमीटर लंबा एक विशाल मार्ग बनने जा रहा है। इस परियोजना में कई फ्लाईओवर, पुल और इंटरचेंज शामिल हैं। इसका निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचअआई) द्वारा किया जाएगा। यह एक्सप्रेसवे, छह लेन वाला होगा। आमस दरभंगा एक्सप्रेसवे परियोजना का प्राथमिक उद्देश्य उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच संपर्क बढ़ाना है।
आमस दरभंगा एक्सप्रेसवे बिहार के मध्य से होकर गुजरेगा – Bihar Expressway
आमस दरभंगा एक्सप्रेसवे को छह लेन वाले एक्सेस-कंट्रोल्ड रूट के रूप में डिजाइन किया गया। इस एक्सप्रेसवे के लिए 56 गांवों में लगभग 1300 एकड़ भूमि अधिग्रहण की गई है। यह गया जिले के आमस से शुरू होकर, दरभंगा जिले के बेला नवादा तक जाएगा। इससे व्यापार और रोज़गार के अवसर बढ़ेंगे वहीं इससे सड़क दुर्घटनाओं की संभावना भी कम हो जाएगी। इसके पूरा होने पर, इससे शहरों को कई तरह से लाभ होंगे। मसलन, व्यापार गतिविधियों में वृद्धि और बेहतर सड़क कनेक्टिविटी शामिल है। यह एक्सप्रेसवे, उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने का काम करेगा। इस एक्सप्रेसवे की वजह से चार घंटे का समय बचेगा। यह एक्सप्रेसवे बिहार के मध्य से होकर गुजरेगा। औरंगाबाद, गया, पटना और दरभंगा होते हुए प्रमुख शहरों और क्षेत्रों को जोड़ेगा।
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बिहार का पहला ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे राज्य के सड़क बुनियादी ढांचे को बदल देगा
आमस दरभंगा एक्सप्रेसवे दिल्ली-कोलकाता एनएच-19 पर रणनीतिक रूप से स्थित आमस से शुरू होकर, दरभंगा के नवादा गांव तक पहुंचेगा। इस दौरान यह सात जिलों से गुजरते भुए एनएच-27 से जा मिलेगा। आमस दरभंगा एक्सप्रेसवे कई शहरों से होकर गुजरेगा जिसमें आमस, रामनगर, सबलपुर, चकसिकंदर, मथुरापुर, गुरारू, पंचानपुर, बेला, इब्राहिमपुर, ओकरी, पभेरा, दभैच, शिव नंदनपुर (बूढ़ी गंडक), बासुदेवपुर रामनगर (लहेरियासराय), बेला नवादा (दरभंगा), बहुआरा, शाहपुर बघौनी (ताजपुर) शामिल है। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि आमस-दरभंगा एक्सप्रेसवे बिहार के लिए एक गेम चेंजर साबित होगा। बेशक यह बिहार की जनता के लिए तरक्की का रास्ता खोलेगा और इससे राज्य की तस्वीर बदलेगी। बड़ी बात यह कि इन सब को ध्यान में रखकर ही सरकार इसे तेजी से पूरा करने में लगी है। बिहार का पहला ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे अमास दरभंगा एक्सप्रेसवे राज्य के सड़क बुनियादी ढांचे को बदलने और उत्तरी और दक्षिणी क्षेत्रों को जोड़ने में सक्षम होगा।
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