आज का दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए अहम है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लगातार सातवें वर्ष केंद्रीय बजट पेश कर रही हैं, और उनका भाषण निवेशकों की खास नजरों में है।
बाजार की स्थिति
घरेलू निवेशकों ने 1,652.34 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं, जबकि विदेशी निवेशकों ने 3,444.06 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं। बजट की प्रत्याशा में बाजार में उथल-पुथल देखी जा रही है।
मुख्य सूचकांक और प्रदर्शन
गिफ्ट निफ्टी वायदा 24,723.50 पर कारोबार कर रहा है, जो निफ्टी 50 के सोमवार के बंद से थोड़ा अधिक है। एशियाई बाजारों में ताइवान का बाजार और जापान का निक्केई इंडेक्स स्थिर रहे, जबकि अमेरिका में नैस्डैक और एसएंडपी 500 में उछाल देखा गया।
अंतरराष्ट्रीय प्रभाव
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन की पुनर्निर्वाचन घोषणा का कम असर रहा, जबकि टेस्ला और अल्फाबेट जैसी कंपनियों की आय रिपोर्ट का बेसब्री से इंतजार है।
भारतीय बाजार पर असर
भारत में एफएमसीजी और रियल्टी को छोड़कर सभी क्षेत्रों में गिरावट दर्ज की गई। धातु सूचकांक सबसे अधिक गिरा, जबकि ऑटो, एफएमसीजी, और हेल्थकेयर सेक्टोरल लाभकर्ता रहे। सेंसेक्स 55.16 अंक गिरकर 80,446.92 पर और निफ्टी 30 अंक गिरकर 24,479.25 पर रहा।
महत्वपूर्ण घोषणाएं
पेटीएम और एक्सिस बैंक की साझेदारी के बावजूद पेटीएम के शेयर गिरे। जेन्सोल इंजीनियरिंग के शेयर 5% बढ़े और आरबीएल बैंक के नए अध्यक्ष की घोषणा पर उसके शेयर 1.5% गिरे।
भविष्य की संभावनाएं
वित्त मंत्री के बजट में ग्रामीण अर्थव्यवस्था, बुनियादी ढांचे, आवास और रक्षा क्षेत्रों को प्राथमिकता मिलने की उम्मीद है। निवेशक दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ कर पर ध्यान दे रहे हैं और मोदी सरकार की आर्थिक रणनीतियों पर कड़ी नजर रख रहे हैं।
संक्षेप में, भारतीय शेयर बाजार वित्त मंत्री सीतारमण के बजट भाषण के प्रति महत्वपूर्ण अस्थिरता और गतिविधि का सामना कर रहा है। निवेशक और विश्लेषक नीतिगत घोषणाओं के संभावित प्रभाव का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।