Delhi Coaching Centre Shut Down: पटना ने भी नियमों के उल्लंघन पर की कड़ी कार्रवाई

Delhi Coaching Centre Shut Down

Delhi में तीन UPSC aspirants की बाढ़ग्रस्त बेसमेंट में मौत के बाद, पटना सरकार ने राज्य की राजधानी में कोचिंग केंद्रों पर बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। पटना में लगभग 3,000 कोचिंग सेंटरों का निरीक्षण करने के बाद यह कदम उठाया गया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे सुरक्षा और भवन नियमों का पालन कर रहे हैं।

खान स्टडी सेंटर भी बंद

प्रभावित संस्थानों में से एक खान स्टडी सेंटर है। इस सेंटर का संचालन शिक्षक फैज़ल खान, जिन्हें ‘खान सर’ के नाम से जाना जाता है, करते हैं। यह सेंटर बोरिंग रोड पर स्थित है और पटना सरकार ने इसे नियमों के उल्लंघन के कारण बंद कर दिया है। सरकार ने अनुचित पंजीकरण, अग्नि सुरक्षा नियमों की अनदेखी और भवन नियमों के उल्लंघन जैसी समस्याओं को उजागर किया है।

कार्रवाई का विवरण

पटना सदर के उप-मंडल मजिस्ट्रेट श्रीकांत कुंडलिक खांडेकर ने निरीक्षण के बाद इस कार्रवाई की घोषणा की। निरीक्षकों ने पाया कि कई कोचिंग केंद्र, विशेष रूप से पुराने पटना के निम्न क्षेत्रों जैसे महेंद्रू, राजेंद्र नगर, कंकरबाग, अगमकुआं और कुम्हरार में, भीड़भाड़ वाले थे और उनमें आवश्यक सुरक्षा उपायों की कमी थी। कुछ केंद्रों के पास आवश्यक अग्नि अनापत्ति प्रमाणपत्र (NOC) या पंजीकरण भी नहीं था।

अनुपालन और आगे की कार्यवाही

सरकार ने खान स्टडी ग्रुप के अन्य कोचिंग केंद्रों, जिनमें खान जीएस रिसर्च सेंटर भी शामिल है, को भवन नियमों का पालन करने के लिए अधिक समय दिया है। इन संस्थानों को तब तक बंद रखा जाएगा जब तक वे नियमों का पालन नहीं करते। एक छह सदस्यीय टीम, जिसमें अग्निशमन विभाग, नगर निगम, शिक्षा विभाग और स्थानीय पुलिस के अधिकारी शामिल हैं, इन केंद्रों में नियमों का पालन सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी निभा रही है।

राष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव

पटना में हुई यह कार्रवाई दिल्ली में हुई एक समान घटना के बाद आई है, जहां राऊ’s IAS स्टडी सर्कल में तीन छात्रों की दुखद मौत हो गई थी। इस घटना ने बेसमेंट में संचालित होने वाले कोचिंग केंद्रों पर ध्यान केंद्रित किया। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में बेसमेंट के मालिक सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी इस मामले की जांच के लिए एक समिति गठित की है।

पटना की प्रशासनिक कार्रवाई का उद्देश्य स्कूलों की सुरक्षा और नियमों का पालन सुनिश्चित करना है, ताकि ऐसी त्रासदियों को रोका जा सके और छात्रों की भलाई को सुरक्षित रखा जा सके।

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