पिछले कुछ समय से महाराष्ट्र में जीका वायरस (Zika virus) का कहर बरपा रहा है। जिसके चलते पूरे राज्य में हेल्थ अलर्ट है। इस वायरस के कारण रोगी के दिमाग का पूरी तरह से विकास नहीं हो पाता है। ऐसा पाया गया है कि यह वायरस प्रेग्नेंट महिलाओं को बहुत अधिक नुकसान पहुंचा सकता है। इससे गर्भ में शिशु कई जन्मजात कंडिशंस का शिकार हो सकता है, जैसे आंखों संबंधी विकार या दिमाग का विकास सही से न हो पाना आदि। जीका वायरस से बचाव (Protection from zika virus) संभव है। इसके लक्षणों के बारे में पता होना आवश्यक है, ताकि रोगी का सही समय पर निदान और उपचार हो सके। यहां हम आपको जीका वायरस (Zika virus) से जुड़ी जानकारी विस्तार से देने जा रहे हैं।
क्या है जीका वायरस?
तो आपको बता दें कि जीका वो रोग है, जो एक वायरस की वजह से होता है। यह वायरस एडीज नामक मच्छरों की वजह से फैलता है। इसके अलावा संभोग से भी यह फैल सकता है। गर्भवती महिला के इस वायरस से संक्रमित होने पर गर्भ में पल रहा शिशु भी संक्रमित हो सकता है और उसे गंभीर जन्मजात बीमारियां हो सकती हैं।
जीका वायरस (Zika virus) अधिकतर रोगियों में किसी तरह से लक्षण नजर नहीं आते हैं। पांच में से केवल एक रोगी को ही जीका वायरस के लक्षण नजर आ सकते हैं, जो इस प्रकार हैं:
-बुखार
-सिरदर्द
-जोड़ों में दर्द
-आंखों के सफेद भाग में रेडनेस
-स्किन पर रैशेस, जिन में खुजली भी हो सकती है
जीका वायरस का उपचार
जीका वायरस (Zika virus) का निदान डॉक्टर रोगी के खून या पेशाब में वायरस के लक्षणों से कर सकते हैं। इस रोग के उपचार के लिए कोई खास दवाई उपलब्ध नहीं है। डॉक्टर रोगी में इसके लक्षणों को मैनेज करने में मदद कर सकते हैं और रोगी को यह भी बता सकते हैं कि इस वायरस को दूसरों तक फैलाने से कैसे बचा जा सकता है। जीका वायरस इंफेक्शन खुद ही ठीक हो जाता है। लेकिन अगर रोगी प्रेग्नेंट है, तो इससे गर्भ में शिशु को नुकसान हो सकता है।
जीका वायरस से बचाव (Protection from zika virus)
जीका वायरस से बचाव (Protection from zika virus) हेतु निम्नलिखित तरीके फायदेमंद साबित हो सकते हैं:
मच्छर जीका वायरस (Zika virus) को फैलाते हैं, इसलिए मच्छरों से बचें। घर के आसपास सफाई रखें, मॉस्किटो रिपेलेंट का इस्तेमाल करें और सही कपड़े पहनें।
अगर आप गर्भवती हैं, तो आप ऐसी जगह जाने से बचें जहां यह वायरस फैला हो। इसके साथ ही मच्छरों से भी अपना बचाव करें। अगर आप ऐसी जगह रहती हैं, जहां यह वायरस फैला है, तो तुरंत डॉक्टर से बात करें।