यूपी के उपचुनाव में भाजपा के साथ संघ भी कसेगा कमर?

Yogi Adtiyanath CM

लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी और संघ के बीच हुई बयानबाजी का खामियाजा चुनावी नतीजों में बखूबी दिखाई दिया था। भाजपा अब किसी भी तरह का जोखिम मोल नहीं लेना चाहती। इसके चलते आगामी उपचुनाव के मद्देनजर राजधानी लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री निवास पर संघ और भाजपा के बीच एक बैठक हुई। इस बैठक में संघ की ओर से अरुण कुमार उपस्थित थे, जो भाजपा संग समन्वय का काम देख रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) की उपस्थिति में सरकार और संगठन के बीच विभिन्न विषयों पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई। 

विपक्ष द्वारा फैलाये जा रहे नैरेटिव पर जताई चिंता

इस बैठक में मुख्य रूप से विपक्ष द्वारा सरकार के खिलाफ फैलाये जा रहे नैरेटिव पर चिंता जताई गई। संघ और भाजपा ने साथ मिलकर इसका काट ढूंढने पर चर्चा की। इसके अलावा संघ ने बेवजह की बयानबाजी से बचने के साथ-साथ सरकार और संगठन के बीच बेहतर तालमेल बनाये रखने की भी बात पर जोर दिया। क्योंकि विपक्ष को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सरकार और संगठन में बेहतर तालमेल की सख्त जरूरत है। 

जरूरी बातों पर दिया गया जोर

प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस बैठक में कुछ मुख्य बातों पर जोर दिया गया। जिसमें, होने वाली 10 विधानसभा सीटों के चुनाव पर दलितों और ओबीसी को एकजुट करना। पार्टी की सदस्यता बढ़ने पर जोर देना। संगठन की राजनीति को आगे बढ़ाने के लिए सरकार का उपयोग करना। खैर, संघ और भाजपा की यह बैठक पहले जुलाई में होनी थी। लेकिन आपसी तल्खियां होने के चलते इसे कुछ दिन के लिए टाल दिया गया था। मंगलवार को दो दिन के प्रवास पर लखनऊ पहुंचे संघ के सर सहकार्यवाह अरुण कुमार ने भारती भावन में संघ के चुनिंदा पदाधिकारियों से मुलाकात की और फिर बुधवार की शाम पांच कालिदास मार्ग स्थिति मुख्यमंत्री आवास पर जाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) से भेंट की। इस मुलाकात में उन्होंने लोकसभा चुनाव में दलित और पिछड़ों के बीच भाजपा और संघ को लेकर फैलाये जा रहे भ्रम के प्रति चिंता व्यक्त की। 

बीजेपी सरकार की खुलकर प्रशंसा 

यह नहीं, अरुणकुमार ने भाजपा सरकार की बढ़ाई करते हुए कहा कि “भाजपा लगातार समाज के प्रत्येक वर्ग के साथ दलितों और पिछड़ों के कल्याण के लिए कर कार्य कर रही है, बावजूद इसके विपक्ष झूठा नैरेटिव फैला रहा है।” उन्होंने इसके पीछे का कारण आपसी खींचतान और कार्यकर्ताओं में उत्साह की कमी को बताया। लोकसभा चुनाव के बाद से पार्टी में जिस तरह की बयानबाजी और खींचतान मची है, उससे निश्चित ही आगे के चुनाव में नुकसान उठाना पड़ सकता है। ऐसे में इसपर तत्काल रोक लगाने की आवश्यकता है। इसके साथ ही कार्यकर्ताओं की निराशा को दूर करने के लिए पुराने कार्यकर्ताओं को अधिक तरजीह देने की भी बात कही गई। इसके अलावा इस बैठक में उपचुनाव वाली सीटों को लेकर भी गहन विचार-विमर्श किया गया। मसलन, प्रत्येक सीट पर मजबूत प्रत्याशी उतारने से लेकर बूथ स्तर पर अधिक ध्यान देने तक पर चर्चा की गई। 

केशवप्रसाद मौर्या के आलावा और भी गणमान्य थे मौजूद

यही नहीं इस बैठक में दलितों और पिछड़ों के बीच सक्रियता बढ़ाने हेतु संघ ने भाजपा के साथ मिलकर काम करने की भी बात कही। इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) संघ के सर सहकार्यवाह अरुण कुमार प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के साथ उपमुख़्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या और बृजेश पाठक के साथ अन्य गणमान्य उपस्थित थे। 

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