गुजरात (Gujarat) इन दिनों प्रकृति के प्रकोप का सामना कर रहा है। पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने राज्य के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं, जहां नदियां उफान पर हैं और सड़कें पानी में डूबी हुई हैं।
जान-माल का नुकसान
इस प्राकृतिक आपदा में अब तक 35 लोगों की जान जा चुकी है। मौतों का सिलसिला सोमवार से शुरू हुआ और अभी भी जारी है। कई लोग दीवारों के गिरने, पेड़ों के गिरने और डूबने की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं। राज्य सरकार ने बताया कि करीब 17,800 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से सुरक्षित निकाला गया है।
बचाव कार्य जारी
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), सेना, वायु सेना और भारतीय तटरक्षक बल के जवान दिन-रात एक करके लोगों को बचाने में जुटे हुए हैं। हेलीकॉप्टरों की मदद से फंसे हुए लोगों को निकाला जा रहा है। देवभूमि द्वारका जिले के शुमसर गांव से कई लोगों को एयरलिफ्ट किया गया है।
मौसम विभाग की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने गुरुवार के लिए सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र में रेड अलर्ट जारी किया है। विभाग का कहना है कि इन इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। शुक्रवार को भी कई जिलों में भारी बारिश की संभावना है।
बुनियादी ढांचे को नुकसान
भारी बारिश की वजह से राज्य के बुनियादी ढांचे को भी काफी नुकसान पहुंचा है। राजकोट अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की एक दीवार गुरुवार सुबह ढह गई। कई सड़कें और रेलवे लाइनें पानी में डूब गई हैं, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कई ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं या उनके रास्ते बदल दिए गए हैं।
प्रधानमंत्री की चिंता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को गुजरात (Gujarat) के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फोन पर बात करके हालात का जायजा लिया। उन्होंने राज्य को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री पटेल ने एक समीक्षा बैठक के बाद कहा कि बाढ़ का पानी उतरते ही सफाई अभियान शुरू किया जाएगा। अभी बारिश थमने के आसार नहीं हैं। ऐसे में राज्य सरकार के सामने कई चुनौतियां हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों में पानीजनित और मच्छर जनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट कर दिया गया है। साथ ही, फंसे हुए लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाना भी एक बड़ी चुनौती है।
गुजरात सरकार ने लोगों से अपील की कि वे घबराएं नहीं
गुजरात (Gujarat) सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं और सावधानी बरतें। जरूरत पड़ने पर तुरंत मदद मांगें। इमरजेंसी नंबरों की एक सूची जारी की गई है। लोगों से कहा गया है कि वे सोशल मीडिया पर अफवाहों पर ध्यान न दें और सिर्फ आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें।
राज्य और केंद्र सरकार की ओर से हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं
गुजरात (Gujarat) इस वक्त एक बड़ी प्राकृतिक आपदा से जूझ रहा है। हालांकि, राज्य और केंद्र सरकार की ओर से हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उम्मीद है कि जल्द ही स्थिति सामान्य होगी और लोग अपने घरों को लौट सकेंगे। लेकिन इस आपदा से सबक लेते हुए भविष्य में ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए बेहतर तैयारी करने की जरूरत है।
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