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Rahul Gandhi dojo yatra

भारत जोड़ो के बाद अब Rahul Gandhi शुरू करेंगे ‘भारत डोजो यात्रा’, जानिए क्या है ख़ास

लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने अपनी नई यात्रा का एलान कर दिया है। अपनी इस यात्रा को उन्होंने ‘भारत डोजो यात्रा’ नाम दिया है। दरअसल, डोजो शब्द मार्शल आर्ट के लिए एक प्रशिक्षण कक्ष या स्कूल हेतु प्रयोग किया जाता है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी साझा करते हुए उन्होंने इस यात्रा से संबंधित एक पोस्ट साझा किया है। साझा किये गए पोस्ट में उन्होंने एक वीडियो भी शेयर किया, जिसमें वो कुछ लोगों के साथ मार्शल आर्ट करते नजर आ रहे हैं। उक्त वीडियो में कई बच्चों के साथ मार्शल आर्ट की बारीकियां साझा करते आये नजर  साझा किये गए पोस्ट में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि “यह वीडियो इस साल की शुरुआत में निकाली गई ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के समय का है।” उक्त वीडियो में वह कई बच्चों के साथ मार्शल आर्ट की बारीकियां साझा करते नजर आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान, जब हमने हजारों किलोमीटर की यात्रा की, तो हमारे शिविर स्थल पर हर शाम जिउ-जित्सु का अभ्यास करना हमारी दैनिक दिनचर्या थी। ये चीज फिट रहने के एक सहज तरीके के रूप में शुरू हुई थी, लेकिन ये एक कम्यूनिटी एक्टिविटी में बदल गई। उन्होंने आगे बताया कि जहां वे रुके हुए थे, वहां संबंधित शहरों के साथी यात्रियों और यंग मार्शल आर्ट के छात्रों को एक साथ लाया गया।  हमारा लक्ष्य युवाओं को ‘जेंटल आर्ट’ की सुंदरता से परिचित कराना था अपने इस पोस्ट में आगे राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने लिखा है कि “हमारा लक्ष्य इन युवाओं को ध्यान, जिउ-जित्सु, ऐकिडो और अहिंसक संघर्ष की तकनीकों के सामंजस्यपूर्ण मिश्रण ‘जेंटल आर्ट’ की सुंदरता से परिचित कराना था।” खैर, राहुल गांधी ने बताया कि “वो राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर लोगों के साथ अपना अनुभव साझा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, उन्हें उम्मीद है कि उनमें से कुछ लोग इस जेंटल कला का अभ्यास करने के लिए प्रेरित होंगे। आगे उन्होंने लिखा कि “भारत डोजो यात्रा जल्द ही आ रही है।” गौरतलब हो कि इससे पहले राहुल गांधी, कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा और मणिपुर से मुंबई तक भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाली थी। #CongressCampaign #BharatJodoYatra #PoliticalJourney #RahulYatra #India2024 #BharatYatra #RahulInitiatives

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Brij Bhushan Singh

बीजेपी नेता Brij Bhushan Singh को हाई कोर्ट से झटका

महिला पहलवानों से कथित यौन उत्पीड़न के मामले में आरोपी बृजभूषण सिंह को दिल्ली हाई कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। बृजभूषण ने उनके खिलाफ दर्ज FIR, चार्जशीट और निचली अदालत द्वारा आरोप तय करने के आदेश को रद्द करने की मांग करते हुए याचिका दायर की थी। हालांकि, दिल्ली हाई कोर्ट ने उन्हें फिलहाल कोई राहत नहीं दी है। कोर्ट ने बृजभूषण के वकील से मामले में एक शार्ट नोट जमा करने को कहा है। सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण की याचिका की मेंटनेबिलिटी पर सवाल उठाया। दिल्ली हाई कोर्ट ने बृजभूषण से पूछा कि जब मामले में चार्ज फ्रेम हो चुका है, तो आप कोर्ट में क्यों आए हैं। इस पर उनकी याचिका को खारिज कर दिया गया। बृजभूषण के वकील ने कहा कि इस मामले में छह शिकायतकर्ता हैं और FIR दर्ज कराने के पीछे एक छिपा हुआ एजेंडा है। वकील ने तर्क किया कि सभी घटनाएं विभिन्न स्थानों पर हुई है और यह सब एक साजिश के तहत किया गया काम है। हालांकि, कोर्ट में वकील की दलीलें नहीं मानी गईं और बृजभूषण के खिलाफ सुनवाई जारी रहेगी। दिल्ली हाई कोर्ट में मामले की अगली सुनवाई अब 26 सितंबर को होगी।   BrijBhushanSingh #DelhiHighCourt #WrestlersCase #SexualHarassment #LegalBattle #WomenSafety #IndianJudiciary

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Mamata Banerjee

Mamata Banerjee के विवदित बोल: अगर बंगाल जला तो असम, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी जलेगा

कोलकाता में ट्रेनी महिला डॉक्टर की रेप और हत्या पर शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन अब राजनीतिक रंग ले चुका है। भाजपा द्वारा 12 घंटे बंगाल बंद से नाराज मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने अब यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया है कि, “अगर बंगाल जला तो असम, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी जलेगा।” ममता बनर्जी के इस बयान पर नाराजगी जताते हुए भाजपा नेता सुकांत मजूमदार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। सुकांत मजूमदार ने कहा कि इस तरह की राष्ट्र विरोधी बयान संवैधानिक पद पर बैठे किसी व्यक्ति की आवाज नहीं हो सकती। ममता बनर्जी उकसाने वाले बयान देकर लोगों को भड़काने की कोशिश कर रही हैं।  टीएमसी की स्टूडेंट यूनियन को संबोधित करने के दौरान कही बात  बता दें कि, सीएम ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) बुधवार को टीएमसी की स्टूडेंट यूनियन को संबोधित कर रही थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि, मैंने कभी किसी से बदला नहीं लिया, लेकिन अब जो करना है, करो।’ ममता ने भाजपा को चेतावनी देते हुए कहा कि, “याद रखें, अगर बंगाल जलता है, तो असम, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी जलेगा।” ममता बनर्जी के इस बयान की अब विपक्षी पार्टियां आलोचना कर रही है।  ममता दे रही देश विरोध बयान- सुकांत मजूमदार सुकांत मजूमदार ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि “यह आवाज संवैधानिक पद पर बैठे किसी व्यक्ति की आवाज नहीं हो सकती, यह एक देश विरोधी आवाज है। ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) लोगों को धमकाने, हिंसा भड़काने और लोगों के बीच नफरत फैलाने की कोशिश कर रही हैं। इसलिए वे ऐसे महत्वपूर्ण और संवैधानिक पद पर रहने की हकदार नहीं हैं। ममता बनर्जी को बिना देर किये इस्तीफा दे देना चाहिए।”  इस गंभीर मामले का तुरंत लें संज्ञान सुकांत मजूमदार ने बताया कि “उन्होंने गृह मंत्री को पत्र लिख कर इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी है। साथ ही पश्चिम बंगाल के लोगों की सुरक्षा और राज्य की अखंडता के लिए उनसे आग्रह किया है कि, इस गंभीर मामले का तुरंत संज्ञान लें। राज्य की बिगड़ती स्थिति को संभालने और कानून व सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए जरूरी कार्रवाई शुरू करें।” असम सीएम ने भी किया ममता पर पलटवार  ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के इस बयान पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने भी पलटवार किया है। उन्होंने अपने एक्स पर पोस्ट कर कहा, “दीदी, आपकी हिम्मत कैसे हुई असम को धमकाने की? हमें लाल आंखें मत दिखाइए। आपनी असफल राजनीति से भारत को जलाने की कोशिश भी मत कीजिए। आपको इस तरह की विभाजनकारी भाषा बोलना शोभा नहीं देती।” #MamataStatement #IndianPolitics #PoliticalDebate #MamataNews #BengalVsAssam #BiharPolitics #PoliticalTensions

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Haryana Assembly Elections 2024

Haryana Assembly Elections: इस वजह से आधे से ज्यादा विधायकों का टिकट काट सकती है BJP

भाजपा (BJP) की केंद्रीय चुनाव समिति हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Elections) में उम्मीदवारों के नामों पर मंथन करने के लिए आज बैठक करने जा रही है। लोकसभा चुनाव में लगे तगड़े झटके के बाद भाजपा अब हरियाणा के अंदर नए सामाजिक समीकरण बैठाने में जुटी है। कहा जा रहा है कि हरियाणा में इस बार एंटी एंबेसी नजर आ रही है, जिसे देखते हुए भाजपा अपने आधे से ज्यादा मौजूदा विधायकों का टिकट काट सकती है। इसकी जगह नए और युवा चेहरों को वरियता दी जाएगी।  कुछ मीडिया रिपोर्ट्स ने भाजपा सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि पार्टी ने यह फैसला अपनी अंदरूनी सर्वे के बाद लिया है। पार्टी सर्वे में मौजूदा विधायकों के खिलाफ लोगों में भारी नाराजगी नजर आई। जिसकी वजह से भाजपा इन विधायकों का टिकट काट नए चेहरों को टिकट देने पर विचार कर रही है। केंद्रीय चुनाव समिति की आज शाम होने वाली बैठक में सभी सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पर मंथन होगा। जिसके बाद पार्टी उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर सकती है।  भाजपा को सरकार विरोधी लहर का डर   बता दें, भाजपा (BJP) ने हरियाणा में 10 साल पहले 2014 में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई थी। साथ ही लोकसभा चुनाव में भी सभी 10 सीटों पर जीत दर्ज की थी। 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने सभी 10 सीटों पर जीत दर्ज की, लेकिन विधानसभा चुनाव में बहुमत हासिल नहीं कर पाई। भाजपा इस 90 सीटों में से सिर्फ 40 सीटें ही जीत सकी और जजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई। बीते 10 साल से सत्ता में रहने के कारण इस बार सरकार विरोधी लहर नजर आ रही है। साथ ही किसानों, पहलवानों और बेरोजगारी का मुद्दा भी राज्य के अंदर हावी है। इसलिए भाजपा अब नए सामाजिक समीकरण साधने में जुटी है।  जाट समुदाय को साधने में जुटी भाजपा  भाजपा (BJP) बीते दो चुनावों में गैर जाट ध्रुवीकरण की राजनीति कर सरकार बनाने में सफल रही, लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। अब दलित व पिछड़ा समुदाय भी कांग्रेस के पाले में जाता नजर आ रहा है। साथ ही क्षत्रिय समाज भी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर भाजपा से नाराज है। इसलिए भाजपा अब गैर जाट समुदाय को अपने पाले में रोकने के साथ जाट समुदाय को भी साधने की कोशिश कर रही। ताकि जाट समुदाय का ध्रुवीकरण कांग्रेस के साथ न हो।  #BJP #HaryanaElections #AntiIncumbency #Election2024 #PoliticalStrategy #JatCommunity

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ममता बनर्जी ने केंद्र पर साधा निशाना, TMC नेता कुणाल घोष ने भी राष्ट्रपति के बयान पर किया पलटवार 

कोलकाता के आरजी मेडिकल कॉलेज में महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई घटना पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने अपना दर्द बयां किया है। इस घटना से वो बड़ी आहत हैं। मीडिया ख़बरों के मुताबिक अपनी पहली टिप्पणी में उन्होंने कहा कि “वह निराश और भयभीत हैं।” उन्होंने ने कहा कि “बेटियों के खिलाफ अपराध बर्दाश्त नहीं। वहीं अब बंगाल की मुख्य मंत्री ममता बनर्जी ने कानून केंद्र सरकार पर तीखा रुख अख्तियार किया है और कहा है कि केंद्र के बनाए क़ानून में कड़ी सजा का प्रावधान नहीं है। इसलिए वे आरोपियों को 10 दिन में फांसी की सजा हो ऐसे कानून की मांग करेंगी। उन्होंने ने देश की महिलाओं से भी 1 सितंबर को इस मांग को पूरा करने की सिफारिश की है। सीएम ममता बनर्जी ने ये भी कहा है कि वो इस आरोपियों के खिलाफ फांसी की सजा का बिल पास करेंगी और राज्यपाल से बिल पास करने की आग्रह करेंगी और अगर राज्यपाल बिल पास नहीं करते हैं तो राजभवन के बाहर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।   राष्ट्रपति अब क्यों बोल रही हैं? टीएमसी नेता कुणाल घोष कड़ा रुख अपनाया और कहा है कि “राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का बयान आरजी कर अस्पताल को लेकर आया है, जिसमें उन्होंने चिंता व्यक्त की है। हमारा कहना है कि हम और हमारी पार्टी पूरी तरह से न्याय के पक्ष में हैं और आरोपी को मौत की सजा मिलनी चाहिए। लेकिन राष्ट्रपति अब क्यों बोल रही हैं? उन्नाव, हाथरस, महाराष्ट्र, बदलापुर और उत्तराखंड में इसी तरह के मामले हुए, तब वे कहाँ थीं? गोल्ड मेडलिस्ट साक्षी मलिक के आरोप भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ थे, तब वे कहां थीं? अब बंगाल में हुआ तो यह सोशल क्राइम बन गया है। भाजपा शासित राज्यों में ऐसा होने पर वे कहां थीं? हम राष्ट्रपति का सम्मान करते हैं, लेकिन ऐसा व्यवहार न करें। जाहिर सी बात है इस मुद्दे पर अलग-अलग राजनीतिक पार्टियां बयान दे रही हैं, लेकिन देश में बढ़ती दुष्कर्म की घटनाओं को पूरी तरह से कैसे रोका जाए यह सबसे बड़ा सवाल है।  . #MamataBanerjee #TMC #DraupadiMurmu #RGMedicalIncident #IndiaNews

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Draupadi Murmu

कोलकाता केस पर महामहिम Draupadi Murmu का छलका दर्द, कही यह बड़ी बात

पिछले दिनों कोलकाता के आरजी मेडिकल कॉलेज में महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई वीभत्स घटना पर आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने अपना दर्द बयां किया है। इस घटना से वो बड़ी आहत हैं। मीडिया ख़बरों के मुताबिक अपनी पहली टिप्पणी में उन्होंने कहा कि “वह निराश और भयभीत हैं।” अपनी बात को आगे रखते हुए महामहिम ने कहा कि “बेटियों के खिलाफ अपराध बर्दाश्त नहीं। एक ओर छात्र, डॉक्टर और नागरिक कोलकाता में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, दूसरी ओर अपराधी अन्य जगहों पर घूम रहे थे।  बस बहुत हो गया, अब कुछ करना होगा कोलकाता केस पर अपना दर्द बयां करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि “बस बहुत हो गया, अब कुछ करना होगा। सभ्य समाज बेटियों और बहनों पर इस तरह के अत्याचार की अनुमति नहीं दे सकता। समाज को ईमानदार, निष्पक्ष आत्मनिरीक्षण’ की जरूरत है, खुद से कुछ कठिन सवाल पूछने चाहिए।” महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार पर राष्ट्रपति मुर्मू (Draupadi Murmu) ने कहा ”निर्भया के बाद विगत 12 सालों में हुए अनगिनत रेपों को समाज भूल चुका है, यह सामूहिक भूलने की बीमारी सही नहीं है। इतिहास का सामना करने से डरने वाले समाज सामूहिक स्मृतिलोप का सहारा लेते हैं। अब भारत के लिए इतिहास का सामना करने का वक़्त आ गया है। बीजेपी ने बंगाल बंद का किया था आह्वान  आपको बता दें कि 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एक ट्रेनी डॉक्टर की इज्जत लूटने के बाद निर्मम हत्या कर दी गई थी। बंगाल सरकार और कोलकाता पुलिस की घोर लापरवाही के चलते राष्ट्रीय स्तर पर लोगों में रोष व्याप्त था। जिसके विरोध में विभिन्न राज्यों में रैलियां और प्रदर्शन आयोजित किये गए थे। बीजेपी ने बंगाल बंद का भी आह्वान किया था। जिसका असर कोलकाता की सड़कों पर दिखा। उग्र भीड़ को काबू करने के लिए कोलकाता पुलिस को बल प्रयोग भी करना पड़ा। #MurmuSpeaks #KolkataNews #IndiaPolitics #MurmuStatement #KolkataUpdate #PresidentialSpeech #IndiaNews

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Alka Lamba

Alka Lamba समेत 10 कांग्रेसियों के खिलाफ इस मामले में मुकदमा दर्ज

हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में महिला (Congress) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा (Alka Lamba) समेत 10 कांग्रेसियों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। अलका लांबा पर यह केस उसी युवती ने दर्ज कराया है, जिसने चुराह के विधायक हंसराज पर केस दर्ज कराया है। तीसा थाना में दर्ज इस शिकायत में युवती ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस की राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष अलका लांबा, दिलदार अली, नरेंद्र कुमार, यशवंत खन्ना, शरीफ मोहम्मद, याकूब, जमात अली, लेखराज, वीर सिंह की तरफ से उसके खिलाफ भ्रामक जानकारी फैलाकर उ्रसे बदनाम किया जा रहा है। अपने पिता के साथ थाने पहुंची युवती ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया है कि सभी लोगों ने मेरे नाम, धर्म और मेरे परिवार के नाम का दुरुपयोग कर मुझे बदनाम किया। इनकी वजह से मेरी सामाजिक प्रतिष्ठा को भारी क्षति पहुंची है और मुझे मानसिक पीड़ा का सामना करना पड़ रहा है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी है। युवती की इस शिकायत के बाद से ही हिमाचल प्रदेश की राजनीति में हलचल मची हुई है।     कांग्रेस (Congress)  कर रही छेड़छाड़ के मुद्दे को धार्मिक रंग देने की कोशिश बता दें कि, इसी युवती ने चुराह के भाजपा विधायक हंसराज के खिलाफ पुलिस में एक मामला दर्ज कराया था। जिसमें विधायक पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। हालांकि बाद में युवती ने अपनी शिकायत वापस ले ली थी। युवती ने कहा था कि वह शिकायत गलतफहमी पर आधारित थी। इसलिए उसने पुलिस और न्यायाधीश के सामने अपना बयान देकर शिकायत वापस ले लिया। लेकिन, उस शिकायत को वापस लेने के बाद भी कांग्रेस (Congress) के नेता उसके नाम और उस मामले को गलत तरीके से अपने स्वार्थ के लिए उपयोग कर रहे हैं। साथ ही अपने राजनीतिक हित पूरा करने के लिए इसे धार्मिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं। इससे मुझे काफी बदनामी का सामना करना पड़ रहा है। युवती ने शिकायत देने के साथ पुलिस से जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है। चंबा के एसपी अभिषेक यादव ने मीडिया से बातचीत में बताया कि युवती ने तीसा थाने में पहुंच कर शिकायत दी है। पुलिस शिकायत के आधार पर मामले की जांच कर रही है, जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी।  #LegalCase #IndianPolitics #CongressParty #LegalBattle #PoliticalNews #OppositionVoices #CaseAgainstCongress

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Jammu-Kashmir 3rd list

बीजेपी ने Jammu-Kashmir में 29 उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट की जारी, इन नामों को किया रिपीट

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) विधानसभा चुनाव में नए चेहरों को मौका देना भाजपा के लिए भारी पड़ रहा है। उम्मीदवारों के नाम पर विवाद होने के बाद से भाजपा अब तक तीन बार अपनी लिस्ट बदल चुकी है। भाजपा ने अपने तीसरी लिस्ट में 29 कैंडिडेट्स का नाम जारी किया है। इस लिस्ट में सेकेंड फेज के 10 और थर्ड फेज के 19 उम्मीदवारों के नाम को फिर से शामिल किया गया है। मतलब, भाजपा ने अपनी पुरानी लिस्ट से 28 नाम को इस लिस्ट में रिपीट किया है। सिर्फ श्रीमाता वैष्णो देवी सीट से रोहित दुबे का टिकट काटा गया है। इनकी जगह अब बलदेव राज शर्मा को टिकट दिया गया है।   किसी दबाव के आगे नहीं झुकेगी भाजपा   बता दें कि, भाजपा ने 26 अगस्त की सुबह अपनी पहली लिस्ट जारी की थी। इसमें 44 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की गई थी, लेकिन लिस्ट जारी होने के बाद कार्यकर्ताओं ने विरोध शुरू कर दिया। जिस वजह से भाजपा ने अपनी पहली लिस्ट वापस ले ली और 2 घंटे में दूसरी लिस्ट जारी की। इसमें 15 उम्मीदवारों की घोषणा की गई। इसके तीन घंटे बाद एक और उम्मीदवार के नाम को लिस्ट में शामिल किया गया। हालांकि अब भाजपा दोबारा से उम्मीदवारों के नाम को रिपीट कर कार्यकर्ताओं को संदेश देना चाहती है कि वह किसी दबाव के आगे नहीं झुकेगी।  नाराज नेताओं के दबाव में नहीं आएगी भाजपा भाजपा ने अपने नाराज नेताओं व उनके समर्थकों को स्पष्ट कर दिया है कि वह नए चेहरों को ही चुनावी मैदान में उतारेगी। जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के बुजुर्ग नेताओं को अब मार्गदर्शक की भूमिका निभानी होगी। दूसरी तरफ टिकट कटने से नाराज नेताओं के समर्थकों का प्रदर्शन अभी भी जारी है। ये कार्यकर्ता अपने नेता को टिकट दिलाने के लिए जम्मू मुख्यालय, उधमपुर, सांबा और कटड़ा कार्यालयों पर अभी भी प्रदर्शन कर रहे। कहा यह भी जा रहा है कि टिकट कटने के बाद भाजपा के कुछ नेता निर्दलीय ही चुनावी मैदान में उतर सकते हैं। इससे भाजपा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। 18 सितंबर से 1 अक्टूबर के बीच 3 चरणों में होगा मतदान  बता दें कि, जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) की 90 विधानसभा सीटों पर 18 सितंबर से 1 अक्टूबर के बीच 3 चरणों में मतदान होगा। चुनावी परिणाम की घोषणा 4 अक्टूबर 2024 को किया जाएगा। सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को बहुमत का आंकड़ा 46 पार करना होगा।  #AssemblyElections #Election2024 #PoliticalNews #BJPElectionStrategy #JammuKashmirPolitics #BJPThirdList #ElectionUpdates

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Omar Abdullah

आखिरकार Omar Abdullah जम्मू-कश्मीर की इस सीट से लड़ेंगे विधानसभा चुनाव

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में चुनावी बिगुल बज चुका है। यहां 10 साल बाद विधानसभा चुनाव (assembly elections) होने जा रहे हैं। दरअसल, 5 अगस्त 2019 के दिन धारा 370 हटने के बाद यह पहला चुनाव है। चुनाव आयोग द्वारा चुनावी तारीखों की घोषणा के बाद सभी राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करने लगी हैं। ऐसे में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने भी 32 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। जारी इस लिस्ट की खास बात यह कि इसमें नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) का भी नाम है। वो आगामी विधानसभा चुनाव जम्मू कश्मीर के गांदरबल विधानसभा सीट से लड़ेंगे। खैर, इससे उमर अब्दुल्ला ने विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलों को खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा था कि “जब तक जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश रहेगा, तब तक चुनाव नहीं लडूंगा।” 5 सीटों पर होगा दोस्ताना मुकाबला  सोमवार के दिन नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने पहली लिस्ट जारी किया था। जिसमें राजपोरा, पंपोर, पुलवामा, शोपियां सहित 18 विधानसभा क्षेत्रों के उम्मीदवारों के नामों को ऐलान किया गया था। महत्वपूर्ण बात यह कि विधानसभा चुनाव (assembly elections) में सीट शेयरिंग फॉर्मूले के मुताबिक नेशनल कॉन्फ्रेंस 51 सीटों पर चुनाव लड़ेगी तो कांग्रेस 32 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। और 5 सीटों पर दोस्ताना मुकाबला होगा। बाकि बची सीटों पर माकपा और जम्मू-कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी एक-एक सीट पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।  साल 2009 से साल 2015 तक जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रहे उमर अब्दुल्ला ध्यान देने योग्य बात यह कि तीन बार लोकसभा सांसद रह चुके उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) साल 2009 से साल 2015 तक जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के मुख्यमंत्री भी रहे थे। न सिर्फ मुख्यमंत्री बल्कि वो नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। साल 2008 से साल 2014 तक गांदरबल सीट और साल 2014 से साल 2019 तक बीरवाह विधानसभा क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।  3 चरणों में होंगे विधानसभा चुनाव भारतीय निर्वाचनआयोग ने जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव (assembly elections) कराने की घोषणा की है। पहले चरण के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है। पहले चरण में 18 सितंबर के दिन घाटी और जम्मू रीजन की 24 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। 25 सितंबर के दिन दूसरे चरण के लिए मतदान होगा और 1 अक्टूबर को अंतिम चरण के वोट डाले जाएंगे और 4 अक्टूबर के दिन मतगणना होगी। #NationalConference #PoliticalNews #JammuKashmirPolitics #Election2024 #VoteForChange #OmarInElections #JKAssemblyPolls

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Jammu-Kashmir Assembly Elections

Jammu-Kashmir Assembly Elections: कांग्रेस की पहली लिस्ट जारी, नौ उम्मीदवारों को उतारा मैदान में

भाजपा और नेशनल कांफ्रेंस के बाद अब कांग्रेस ने भी जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों (Jammu-Kashmir Assembly Elections) के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में 9 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की गई है। कांग्रेस ने अपनी पहली लिस्ट में जम्मू-कश्मीर इकाई के दो पूर्व अध्यक्षों के नाम भी शामिल किए हैं। गुलाम अहमद मीर को डोरू से और और विकार रसूल वानी को बनिहाल विधानसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा गया है। इसके अलावा पार्टी ने सुरिंदर सिंह चन्नी को त्राल से, अमानुल्लाह मंटू को देवसर से, पीरजादा मोहम्मद सैयद को अनंतनाग से, शेख जफरुल्लाह को इंदरवाल से, नदीम शरीफ को भद्रवाह से, शेख रियाज को डोडा से और डॉ प्रदीप कुमार भगत को डोडा पश्चिम से चुनावी मैदान में उतारा है। कांग्रेस बाकी उम्मीदवारों के नामों की घोषणा भी इसी सप्ताह कर सकती है।  कांग्रेस 37 सीटों पर लड़ेगी जम्मू कश्मीर विधानसभा का चुनाव (Jammu-Kashmir Assembly Elections)  जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव (Jammu-Kashmir Assembly Elections) नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस साथ मिलकर लड़ रहे हैं। दोनों के बीच सीट बंटवारा पहले ही हो चुका है। जिसके तहत नेशनल कॉन्फ्रेंस 51 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी और कांग्रेस 32 सीटों पर। जबकि 5 सीटों पर दोनों पार्टियां अपना उम्मीदवार उतारेंगी, लेकिन इनके बीच ‘दोस्ताना’ प्रतिस्पर्धा होगी। बाकि की दो सीटें पैंथर्स पार्टी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) को दी गई हैं। सीएम चेहरे पर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है। पार्टी सूत्रों के अनुसार इसका ऐलान चुनाव जीतने के बाद किया जाएगा।  भाजपा ने 15 और नेशनल कांफ्रेंस ने 18 उम्मीदवारों की जारी की सूची  बता दें कि, भाजपा अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट पहले ही जारी कर चुकी है। भाजपा ने सबसे पहले 41 उम्मीदवारों की घोषणा की थी, लेकिन कुछ ही घंटे बाद इनकी संख्या घटाकर 15 कर दी गई। टिकट कटने पर जम्मू के अंदर कई जगहों पर उम्मीदवारों ने जमकर हंगामा भी किया। वहीं नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) ने अपनी पहली लिस्ट में 18 उम्मीदवारों के नाम शामिल किए हैं। पार्टी ने न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) हसनैन मसूदी को पंपोर से, पूर्व विधायक मोहम्मद खलील बांद को पुलवामा से, गुलाम मोहि-उद-दीन मीर को राजपोरा से मैदान में उतारा है। इसके अलावा शोपियां से शेख मोहम्मद रफी को, जैनपोरा से शौकत हुसैन गनी को, अनंतनाग पूर्व से रेयाज अहमद खान को और डीएच पोरा से पूर्व मंत्री सकीना इट्टू को उम्मीदवार बनाया है। #PoliticalNews #CongressStrategy #ElectionUpdates #JammuKashmirPolitics #CongressFirstList #AssemblyPolls #IndianPolitics

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