Bangladesh PM Sheikh Hasina ने छोड़ी राजधानी, सेना ने संभाली कमान – भारत-बांग्लादेश सीमा पर हाई अलर्ट!

Sheikh Hasina

बांग्लादेश (Bangladesh) में राजनीतिक संकट (Political Crisis) गहरा गया है। प्रधानमंत्री शेख हसीना (PM Sheikh Hasina Resigns) ने इस्तीफा दे दिया है और राजधानी ढाका छोड़ दी है। देशव्यापी हिंसक प्रदर्शनों में 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। सेना ने कमान संभाल ली है और अंतरिम सरकार की घोषणा की गई है। भारत-बांग्लादेश सीमा पर हाई अलर्ट जारी किया गया है।

बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल (Political Turmoil)

बांग्लादेश में राजनीतिक संकट चरम पर पहुंच गया है। 5 अगस्त, 2024 को प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और राजधानी ढाका छोड़ दी। देश भर में फैली हिंसा और अराजकता के बीच यह कदम उठाया गया है।

शेख हसीना का इस्तीफा (Bangladesh PM Sheikh Hasina Resigns) और पलायन

प्रधानमंत्री कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एएनआई को बताया कि शेख हसीना (Sheikh Hasina) ने दोपहर 2:30 बजे एक सैन्य हेलीकॉप्टर से अपनी छोटी बहन शेख रेहाना के साथ ढाका छोड़ दिया। वे अब किसी अज्ञात “सुरक्षित स्थान” पर हैं। प्रधानमंत्री आवास पर प्रदर्शनकारियों ने कब्जा कर लिया है।

व्यापक हिंसा और मौतें 

पिछले 72 घंटों में, प्रदर्शनकारियों और शेख हसीना (Sheikh Hasina) के समर्थकों के बीच देशव्यापी झड़पों में 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। ‘स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन’ नामक छात्र संगठन के नेतृत्व में चल रहे असहयोग आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया है।

सेना की तैनाती और अंतरिम सरकार

राजधानी ढाका सहित पूरे देश में सेना तैनात कर दी गई है। सड़कों से पुलिस को हटा दिया गया है और सेना को स्थिति नियंत्रित करने का आदेश दिया गया है। बांग्लादेश के सेना प्रमुख ने घोषणा की है कि शेख हसीना के इस्तीफे के बाद अब एक अंतरिम सरकार देश चलाएगी।

भारत-बांग्लादेश सीमा पर हाई अलर्ट

बांग्लादेश (Bangladesh) में बिगड़ती स्थिति को देखते हुए, भारतीय सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर हाई अलर्ट जारी कर दिया है। बीएसएफ के महानिदेशक भी कोलकाता पहुंच गए हैं और स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं।

बांग्लादेश अब एक नाजुक मोड़ पर है। अंतरिम सरकार के सामने कानून व्यवस्था बहाल करने और शांति स्थापित करने की बड़ी चुनौती है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी इस स्थिति पर गहरी नजर रख रहा है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि बांग्लादेश (Bangladesh) इस राजनीतिक संकट से कैसे उबरता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *