महिला Doctor रेप और हत्‍या मामले में न्‍याय मांगने पर मिली सजा, 200 Doctor और नर्सिंग स्टाफ का ट्रांसफर

Doctor

कोलकाता के सरकारी आरजी कर अस्पताल में महिला ट्रेन Doctor से रेप और हत्या (rape and murder case of a female doctor) के खिलाफ देशभर में विरोध-प्रदर्शन हो रहा। इस जघन्‍य घटना की जांच सीबीआई कर रही है। इस बीच पश्चिम बंगाल सरकार के एक फैसले ने ममता बनर्जी को फिर से सवालों को घेरे में खड़ा कर दिया है। दरअसल, ममता सरकार ने पीड़िता को न्‍याय दिलाने के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे आरजी कर अस्पताल के 10 Doctor और 190 नर्सिंग स्टाफ का ट्रांसफर (doctors and nursing staff) कर दिया। बताया जा रहा है कि ये Doctor और मेडिकल स्टाफ घटना के खिलाफ हो रहे Doctor के हड़ताल में शामिल थे, जिससे राज्‍य सरकार नाराज थी। 

ममता सरकार पर कई सवाल उठने लगे हैं सवाल 

Doctor और मेडिकल स्टाफ का व्‍यापक स्‍तर पर ट्रांसफर (doctors and nursing staff) करने पर ममता सरकार पर कई सवाल उठने लगे हैं। लोग सवाल पूछ रहे हैं कि क्‍या ममता सरकार सीबीआई जांच को प्रभावित करना चाहती है? या फिर Doctor को हड़ताल करने की सजा दी गई है। वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ममता सरकार के फैसले को तालिबानी फतवा बताते हुए कहा है कि रेप और हत्या की भयावह घटना पर जिन Doctor ने राज्य सरकार के खिलाफ आवाज उठाई थी, उन्‍हें तबादला कर सजा दी गई है। 

टीएमसी का मतलब ही तानाशाही

भाजपा प्रवक्‍ता ने सोशल मीडिया पर एक व्हाट्सएप चैट का स्क्रिनशॉट शेयर करते हुए लिखा कि, टीएमसी का मतलब ही तानाशाही। आरजी कर अस्पताल के Doctor के साथ गैंगरेप में शामिल आरोपियों को सजा दिलाने की बजाय ममता सरकार न्याय के लिए संघर्ष कर रहे Doctor को ही सजा दे रही हैं। ममता बनर्जी अब एक तानाशाह की तरह व्यवहार कर रही हैं। ममता पर इंदिरा गांधी, किम जोंग और स्टालिन को गर्व होगा!

अमित मालवीय ने ममता सरकार को घेरा 

इसी तरह भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी ममता सरकार को घेरते हुए इस तबादले पर सवाल उठाते। मालवीय ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, “बंगाल सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने Doctor के तबादलों के आदेशों की आठ पेज लंबी सूची जारी की है, जिससे राज्‍य में पहले से ही फैली अराजक स्थिति और भी बिगड़ गई है।” मालवीय ने कहा, “कोलकाता मेडिकल कॉलेज और कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज इस समय ममता बनर्जी के निशाने पर हैं। यह दोनों संस्‍थान ममता के फासीवादी शासन के खिलाफ विरोध के केंद्र बन चुके हैं। इसलिए यहां के Doctor को सरकार सजा देकर अपने पापों को छिपाने की कोशिश कर रही है।” 

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