बेंगलुरु के एक अस्पताल में 8 महीने की बच्ची में HMPV वायरस की पुष्टि, क्यों है बच्चों और बुजुर्गों को HMPV का खतरा है ज्यादा?
बेंगलुरु के एक अस्पताल में 8 महीने की बच्ची में HMPV वायरस की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि हमने अपनी लैब में इस वायरस की जांच नहीं की है, बल्कि यह मामला एक निजी अस्पताल से सामने आया है। ह्यूमन मेटापनेमोवायरस (HMPV) एक तरह का रेस्पिरेटरी इंफेक्शन (Respiratory Infection) है जो खासकर बच्चों और बुजुर्गों को अपना शिकार बनाता है। इसके साथ ही HMPV का प्रभाव विशेष रूप से उन लोगों पर अधिक पड़ता है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, जैसे कि छोटे बच्चे और बुजुर्ग। आज इस आर्टिकल में हम HMPV से बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ने वाले प्रभावों को समझेंगे साथ ही जानेंगे इस वायरस से कैसा बच्चों और बुजुर्गों को बचाया जा सके।
बच्चों पर HMPV का प्रभाव
1. रेस्पिरेटरी इंफेक्शन की गंभीरता:
HMPV बच्चों में रेस्पिरेटरी इंफेक्शन (Respiratory Infection) का एक सामान्य कारण है, जो अक्सर सर्दी, खांसी और बुखार जैसे हल्के लक्षणों से लेकर निमोनिया और ब्रोंकियोलाइटिस जैसी गंभीर स्थितियों तक का कारण बन सकता है। कई शोधों ने संकेत दिया है कि HMPV छोटे बच्चों को अस्पताल में भर्ती होने का एक प्रमुख कारण है, विशेष रूप से उन बच्चों में जो दो वर्ष से कम आयु के हैं।
2. फिर से बीमारी होना:
अलग अलग रिसर्च के अनुसार HMPV इंफेक्शन (HMPV Infection) के बाद बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने की वजह से भी बच्चे बार-बार बीमार पड़ सके हैं।
3. कंटामिनटेड इंफेक्शन:
HMPVइंफेक्शन (HMPV Infection) के साथ अन्य रेस्पिरेटरी इंफेक्शन जैसे रेस्पिरेटरी सिन्सिटियल वायरस (RSV) बच्चों की स्थिति को और अधिक गंभीर बना सकते हैं। कंटामिनटेड इंफेक्शन के कारण बच्चों में परेशानी बढ़ सकती है। ऐसे स्थिति में बच्चे की विशेष देखभाल और इलाज की जरूरत पड़ती है।
बुजुर्गों पर HMPV का प्रभाव
1. इंफेक्शन का बढ़ता खतरा:
बुजुर्गों में HMPV संक्रमण (HMPV Infection) का प्रभाव अधिक गंभीर हो सकता है, खासकर उन लोगों में जिनकी पहले से ही कोई सांस या हृदय संबंधी बीमारी हो। NCBI के अनुसार HMPV इंफेक्शन बुजुर्गों में निमोनिया या ब्रोंकाइटिस जैसे गंभीर बीमारी का कारण बन सकते हैं।
2. कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली:
बुजुर्गों में प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोरी होने के कारण HMPV इंफेक्शन (HMPV Infection) का खतरा बढ़ जाता है। उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली संक्रमण से प्रभावी ढंग से लड़ने में सक्षम नहीं होती है जिस कारण उन्हें गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
3. हॉस्पिटल में एडमिट होना:
अस्पताल में अलग-अलग बीमारियों के पेशेंट होने के कारण इंफेक्शन की संभावना ज्यादा होती है। ऐसे में अगर बुजुर्ग अस्पताल में भर्ती हैं, तो उन्हें इंफेक्शन का खतरा भी ज्यादा हो सकता है।
इसे भी पढ़ें:- Norovirus: अमेरिका में बढ़ा नोरोवायरस का खतरा, जानिए नोरोवायरस के लक्षण, कारण और बचाव
HMPV से कैसे करें बचाव?
1. स्वच्छता और सुरक्षा उपाय:
HMPV इंफेक्शन (HMPV Infection) को रोकने के लिए नियमित हाथ धोना, आसपास साफ-सफाई रखना और संक्रमित लोगों से दूरी बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
2. वैक्सीन और उपचार:
वर्तमान में HMPV के लिए कोई विशिष्ट वैक्सीन उपलब्ध नहीं है, लेकिन शोधकर्ता वैक्सीन के विकास पर काम कर रहे हैं। उपचार में आमतौर पर लक्षणों को कम करने के लिए सहायक देखभाल शामिल है।
3. विशेष ध्यान:
बच्चों और बुजुर्गों को HMPV से बचाने के लिए डॉक्टर से संपर्क में रहना चाहिए।
HMPV इंफेक्शन का खतरा बच्चों और बुजुर्गों में ज्यादा हो सकता है, लेकिन अगर साफ़-सफाई पर ध्यान रखकर और डॉक्टर से संपर्क कर इस इंफेक्शन से आसानी से बचा जा सकता है। इसलिए HMPV इंफेक्शन या किसी भी बीमारी से समझदारी और डॉक्टर द्वारा बताई गई बातों को ध्यान में रखकर बीमारी से बचा जा सकता है।
Latest News in Hindi Today Hindi news हिंदी समाचार
#HMPVinfection #humanmetapneumovirus #HMPV #Infection #Health #Infection ##HMPVinfectionInKids ##HMPVinfectionInOldage