हमास के वरिष्ठ नेता इस्माइल हानिया की ईरान में हत्या ने मध्य पूर्व में नया संकट खड़ा कर दिया है। इजरायल द्वारा किए गए इस हमले ने क्षेत्र में तनाव बढ़ा दिया है। ईरान और तुर्किए ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है, जबकि अमेरिका ने अपनी संलिप्तता से इनकार किया है। इजरायल अपने अभियान को जारी रखने पर अड़ा है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय चिंतित है कि यह घटना एक बड़े संघर्ष का कारण बन सकती है।
हमास लीडर की हत्या: नए तनाव की शुरुआत
मध्य पूर्व एक बार फिर अशांति की आग में जल रहा है। इस बार तनाव की वजह है हमास के एक बड़े नेता इस्माइल हानिया की हत्या। इजरायल ने ईरान की धरती पर यह हमला किया, जिससे पूरे इलाके में हलचल मच गई है।
ईरान और तुर्किए की तीखी प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद ईरान गुस्से से लाल हो गया है। ईरान के सर्वोच्च नेता ने कहा है कि चूंकि यह हमला उनके देश में हुआ है, इसलिए इसका बदला लेना उनका फर्ज है। ईरान की पावरफुल रिवोल्यूशनरी गार्ड ने भी चेतावनी दी है कि वे इस करतूत का कड़ा और दर्दनाक जवाब देंगे।
केवल ईरान ही नहीं, तुर्किए ने भी इस मामले में तीखी प्रतिक्रिया दी है। तुर्किए के राष्ट्रपति ने इसे एक शर्मनाक हरकत बताया है। उन्होंने कहा कि तुर्किए फिलिस्तीनियों के हक के लिए कुछ भी करने को तैयार है। उन्होंने यह भी कहा कि इजरायल अपनी इस तरह की गुंडागर्दी से अपना मकसद पूरा नहीं कर पाएगा।
अमेरिका का स्टैंड और इजरायल का रुख
इस बीच, अमेरिका ने इस हमले में अपनी भूमिका से साफ इनकार किया है। अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि उन्हें हमास लीडर की हत्या की न तो कोई खबर थी और न ही वे इसमें शामिल थे।
लेकिन इजरायल के प्रधानमंत्री किसी की धमकी या चेतावनी से डरते नहीं दिख रहे हैं। वे लगातार हमास और हिज्बुल्लाह के टॉप कमांडरों को निशाना बना रहे हैं। गाजा में जमीनी लड़ाकों को खत्म करने की कोशिश के साथ-साथ, वे दूसरे देशों में भी हमले कर रहे हैं।
क्षेत्रीय स्थिरता पर खतरा
यह स्थिति पूरे मध्य पूर्व के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। अगर ईरान या तुर्किए जैसा कोई देश इजरायल पर सीधा हमला करता है, तो यह पूरे क्षेत्र में भारी तबाही मचा सकता है। ऐसे में, इजरायल को और बड़े हमले का मौका मिल जाएगा।
कई देशों ने इस स्थिति पर चिंता जताई है। ऑस्ट्रेलिया जैसे देश ने हानिया की मौत के बाद मध्य पूर्व में हालात बिगड़ने की आशंका जताई है।
आगे क्या? शांति या संघर्ष
यह देखना बाकी है कि आने वाले दिनों में माहौल कैसे बदलता है। क्या तनाव और बढ़ेगा या फिर बातचीत से शांति का रास्ता निकलेगा? पूरी दुनिया इस ओर नजर गड़ाए हुए है।
इस पूरे घटनाक्रम से एक बात साफ है कि मध्य पूर्व अभी भी एक पाउडर केग (बारूद का एक बैरल होता है) की तरह है, जहां छोटी सी चिंगारी बड़ा विस्फोट कर सकती है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस स्थिति को संभालने के लिए तत्काल कदम उठाने होंगे, वरना यह तनाव एक बड़े संघर्ष में बदल सकता है।