अगर आप भी रेडी टू ईट स्नैक्स के दीवाने हैं तो यह खबर आपके लिए है। आपको इस तरह के स्नैक्स को खाने से पहले सौ बार क्यों सोचना चाहिए। दरअसल, इन दिनों व्यस्त कार्यक्रम, न्यूकिल्यर फैमिली बढ़ने, लंबी यात्रा और घंटों काम करने की वजह से पूरे भारत में रेडी-टू-ईट (Wellness Tips) स्नैक्स खाद्य पदार्थों की मांग काफी बढ़ी है। बता दें कि रेडी टू इट फ़ूड में ज़्यादातर खाद्य पदार्थों को केवल गर्म करने या पानी में उबालन होता है और वे मिनटों में खाने के लिए तैयार हो जाते हैं। कारण यही जो कम समय में ये अधिक लोकप्रिय होते गए।
ज़्यादातर सामग्री सिर्फ वसा और कार्बोहाइड्रेट हैं – Wellness Tips
हाल में हुए एक सर्वेक्षण के अनुसार, न्यूट्रिशन रिसर्चर ने पाया कि पाँच में से चार खाद्य पदार्थ लेबल पर दिए गए पोषण संबंधी दावों को पूरा तो करते हैं,लेकिन उनमें से ज़्यादातर सामग्री वसा और कार्बोहाइड्रेट हैं। अध्ययन में नाश्ते वाली चीजें मसलन, अनाज, सूप मिक्स, दलिया मिक्स और हेल्दी फ्रिंक्स में 70% से अधिक कैलोरी में कार्बोहाइड्रेट शामिल हैं। कारण यही जो रेडी टू ईट स्नैक्स की लत आपकी सेहत के लिए हो सकती है नुकसानदायक। आइए जानते हैं कि कैसे रेडी टू ईट स्नैक्स आपको सेहत के लिए है जानलेवा।
खाद्य पदार्थों में सुधार की बहुत ज़्यादा आवश्यकता है
चेन्नई के चिकित्सक आर.एम.अंजना का कहना है कि “हमारे स्टडी में खाद्य पदार्थों में सुधार की बहुत ज़्यादा आवश्यकता है। इनमें कार्बोहाइड्रेट कम हो और प्रोटीन की मात्रा ज़यादा होनी चाहिए और जब तक ऐसा नहीं होता, उपभोक्ताओं को ऐसे खाद्य पदार्थों को सावधानी से चुनना चाहिए या ऐसे फूड्स को खरीदने से बचना चाहिए।” बता दें कि चेन्नई में मद्रास डायबिटीज रिसर्च फाउंडेशन में छह अलग-अलग खाद्य श्रेणियों से 432 शोध के लिए चुने गए थे, जिनमें इडली मिक्स, दलिया मिक्स, सूप मिक्स, ब्रेकफास्ट सीरियल्स, हेल्थ बेवरेज मिक्स और एक्सट्रूडेड स्नैक्स को शामिल किया गया।”
पेय मिश्रण में प्रोटीन का स्तर सबसे अधिक था
ध्यान देने वाली महत्वपूर्ण बात यह कि ड्रिंक्स में सबसे अधिक कार्बोहाइड्रेट सामग्री पाई गई। बता दें कि 100 ग्राम में 35 से 95 ग्राम तक थी। टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक प्रति 100 ग्राम में औसतन 15.8 ग्राम प्रोटीन के साथ अध्ययन किए गए पेय मिश्रण में प्रोटीन का स्तर सबसे अधिक था। प्रति 100 ग्राम 12.2 ग्राम प्रोटीन के औसत के साथ इडली मिक्स दूसरे स्थान पर रहा। इसके अलावा आलू, सोया, कॉर्न या गेहूं से बने रेडी-टू-ईट एक्सट्रूडेड स्नैक्स में सबसे अधिक फ़ैट का औसत स्तर पाया गया जोकि 28 ग्राम प्रति 100 ग्राम था।
इसे भी पढ़ें:- खूबसूरती का असली राज छिपा है ‘ब्यूटी स्लीप’
भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण द्वारा स्थापित मानकों का पालन ही नहीं करते
वैज्ञानिकों के अनुसार, कुछ सामान ऐसे भी हैं जो पैकेजिंग पर प्रोटीन या फाइबर जैसे पोषक तत्वों को लेकर दावा करते हैं, वे भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) द्वारा स्थापित मानकों का पालन ही नहीं करते हैं। बता दें कि रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि जो उत्पाद साबुत अनाज होने का दावा करते हैं, लेकिन उनकी सामग्री में उन्हें दर्शाया ही नहीं जाता। ऐसे दावे भ्रामक ही होते हैं। इसलिए उपभोक्ताओं को पैकेज पर किए गए दावों
Latest News in Hindi Today Hindi news हिंदी समाचार
#ProcessedFood #HealthStudy #NutritionMatters #AvoidJunk #WellnessTips #FoodAwareness #StayHealthy