हिंडनबर्ग रिपोर्ट (Hindenburg report) एक बार फिर चर्चा में है। इस बार अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी ने भारत की नहीं, बल्कि अमेरिका की एक बड़ी गेमिंग कंपनी रोबॉक्स पर निशाना साधा है। हिंडनबर्ग रिपोर्ट (Hindenburg report) में रोबॉक्स पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं, जिसके बाद कंपनी के शेयरों में गिरावट देखी गई है।
हिंडनबर्ग ने क्या कहा रोबॉक्स के बारे में?
हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि “रोबॉक्स अपने निवेशकों से झूठ बोल रही है। कंपनी ने अपने प्लेटफॉर्म पर मौजूद यूजर्स की संख्या को वास्तविकता से 25 से 42 प्रतिशत तक ज्यादा बताया है।” इसके अलावा, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि रोबॉक्स बच्चों के लिए खतरनाक हो सकता है, क्योंकि इस प्लेटफॉर्म पर अश्लील और हिंसक सामग्री भी मौजूद है। हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट का शीर्षक रखा है – “रोबॉक्स: वॉल स्ट्रीट के लिए बढ़ा-चढ़ाकर पेश किए गए आंकड़े और बच्चों के लिए एक खतरनाक जगह” इस शीर्षक से ही साफ हो जाता है कि हिंडनबर्ग ने रोबॉक्स पर कितने गंभीर आरोप लगाए हैं।
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रोबॉक्स के अंदरूनी लोगों ने बेचे शेयर
हिंडनबर्ग की जांच रिपोर्ट (Hindenburg investigation report) में यह भी बताया गया है कि रोबॉक्स के कई बड़े अधिकारी और निवेशक लगातार अपने शेयर बेच रहे हैं। कंपनी के स्टॉक मार्केट में आने के बाद से इन लोगों ने 1.7 अरब डॉलर के शेयर बेच दिए हैं। पिछले 12 महीनों में ही 150 मिलियन डॉलर के शेयर बेचे गए हैं, जिसमें से 115 मिलियन डॉलर के शेयर खुद कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) ने बेचे हैं। यह जानकारी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि आम तौर पर जब कोई कंपनी अच्छा प्रदर्शन कर रही होती है, तो उसके अंदरूनी लोग अपने शेयर नहीं बेचते। ऐसे में, रोबॉक्स के अधिकारियों द्वारा इतनी बड़ी मात्रा में शेयर बेचना संदेह पैदा करता है।
हिंडनबर्ग रिपोर्ट का असर रोबॉक्स के शेयरों पर
जैसे ही हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट जारी की, रोबॉक्स के शेयरों में गिरावट शुरू हो गई। कारोबार के दौरान कंपनी के शेयर 4 प्रतिशत से ज्यादा गिरकर 37.50 डॉलर तक पहुंच गए। हालांकि, दिन के अंत तक स्थिति थोड़ी सुधरी और शेयर 2.13 प्रतिशत की गिरावट के साथ 40.41 डॉलर पर बंद हुए। यह गिरावट इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि रोबॉक्स एक बड़ी और लोकप्रिय गेमिंग कंपनी है। इसकी शुरुआत 2004 में हुई थी और इसका मुख्यालय कैलिफोर्निया में है। कंपनी का दावा है कि उसके प्लेटफॉर्म पर हर दिन करीब 80 मिलियन लोग सक्रिय रहते हैं, लेकिन हिंडनबर्ग ने इस दावे पर भी सवाल उठाए हैं।
पैसा लगाने से पहले अच्छी तरह से जांच-पड़ताल कर लेनी चाहिए
हिंडनबर्ग की यह रिपोर्ट गेमिंग उद्योग और निवेशकों के बीच बड़ी चर्चा का विषय बन गई है। कई लोग इस बात पर ध्यान दे रहे हैं कि क्या रोबॉक्स जैसी बड़ी कंपनियां वाकई अपने निवेशकों से सच छिपा रही हैं। वहीं, कुछ लोगों का मानना है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से रोबॉक्स जैसी कंपनियों पर और ज्यादा नजर रखी जाएगी, जो अच्छी बात है। इस पूरे मामले में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि निवेशकों को हमेशा सावधान रहना चाहिए और किसी भी कंपनी में पैसा लगाने से पहले उसके बारे में अच्छी तरह से जांच-पड़ताल कर लेनी चाहिए। हिंडनबर्ग की जांच रिपोर्ट (Hindenburg investigation report) ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि बाजार में कोई भी कंपनी छोटी या बड़ी नहीं होती, और हर किसी पर नजर रखना जरूरी है।
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