यूक्रेन-रूस युद्ध (Ukraine-Russia War) में बड़ा मोड़! यूक्रेनी सेना ने रूस की सीमा में 30 km तक घुसपैठ कर दी है। इस हमले ने रूस को चौंका दिया है। साथ ही, Zaporizhzhia न्यूक्लियर प्लांट में लगी आग ने तनाव और बढ़ा दिया है। दोनों देशों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। जानें इस खतरनाक स्थिति के बारे में विस्तार से।
यूक्रेन का साहसिक कदम: रूस की सीमा में बड़ी घुसपैठ
यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध (Ukraine-Russia War) में एक नया और चौंकाने वाला मोड़ आ गया है। यूक्रेन की सेना ने एक बड़ा कदम उठाते हुए रूस की सीमा में 30 km तक अंदर घुस गई है। यह कार्रवाई इतनी अचानक और तेज थी कि रूस की सेना को इसका सामना करने में मुश्किलें हो रही हैं। आइए जानते हैं इस बड़े हमले के बारे में विस्तार से और यह भी कि इसके क्या परिणाम हो सकते हैं।
रूस की सेना को मिली कड़ी चुनौती
यूक्रेन के इस आक्रमण ने रूस की सेना को एक बड़ी चुनौती दे दी है। रूस को अपनी रिजर्व सेना, टैंक और ड्रोन तक का इस्तेमाल करना पड़ रहा है। यूक्रेन के अधिकारियों का कहना है कि इस हमले का मकसद रूस को अस्थिर करना और उसकी सैन्य ताकत को कमजोर करना है। यह हमला कुर्स्क क्षेत्र में किया गया है, जो रूस के लिए रणनीतिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण है।
परमाणु संयंत्र में आग ने बढ़ाई चिंता
इस बीच, Zaporizhzhia न्यूक्लियर प्लांट (परमाणु संयंत्र) में लगी आग ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस पर आग लगाने का आरोप लगाया है। वहीं रूस का कहना है कि “यूक्रेन ने शेलिंग की है।” इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी (IAEA) ने कहा है कि “इस आग से कोई रेडिएशन लीक नहीं हुई है, लेकिन फिर भी यह स्थिति बहुत चिंताजनक है।”
विश्व युद्ध के बाद का सबसे बड़ा हमला
यह हमला द्वितीय विश्व युद्ध के बाद का सबसे बड़ा क्रॉस-बॉर्डर (सीमा पार) हमला माना जा रहा है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने इस हमले को रोकने की कोशिश की, लेकिन यूक्रेनी सैनिक अभी भी रूस-यूक्रेन सीमा से 25 से 30 किलोमीटर अंदर तक मौजूद हैं। इस हमले के कारण रूस ने कुर्स्क और आसपास के इलाकों में एमरजेंसी (आपातकाल) घोषित कर दी है। साथ ही, रूस ने “काउंटर-टेरर ऑपरेशन” (आतंकवाद विरोधी अभियान) भी शुरू किया है।
यूक्रेन में मिली-जुली प्रतिक्रिया
यूक्रेन में इस हमले को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ लोग इसे एक बड़ी कामयाबी मान रहे हैं, तो कुछ को डर है कि रूस इसका बदला ले सकता है। यूक्रेन के अधिकारियों का मानना है कि रूस मिसाइल हमले कर सकता है, जिसमें यूक्रेन के महत्वपूर्ण ठिकानों को निशाना बनाया जा सकता है।
इस पूरी स्थिति ने यूक्रेन-रूस युद्ध को एक नया मोड़ दे दिया है। दोनों देशों के बीच तनाव कम होने के बजाय और बढ़ गया है। आने वाले दिनों में यह स्थिति और भी खराब हो सकती है, जिससे पूरे क्षेत्र की शांति खतरे में पड़ सकती है। दुनिया भर के देश इस स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और शांति की अपील कर रहे हैं।
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