ऐसा माना जाता है कि अपने खाने-पीने का ध्यान न रखने और कम एक्टिव रहने से वजन बढ़ सकता है। यानी, अनहेल्दी लाइफस्टाइल (Unhealthy lifestyle) मोटापे को बढ़ाता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि बहुत कम मामलों में अधिक खाने या कम सक्रिय होने की वजह से वजन बढ़ता है? यानी, वजन के बढ़ने के कुछ अन्य कारण भी हैं, जो सामाजिक, सांस्कृतिक (Cultural), सामाजिक, मनोवैज्ञानिक (Psychology), चिकित्सीय आदि हो सकते हैं। अगर आपका वजन बढ़ रहा है, लेकिन आपको इसकी वजह नहीं पता है, तो इसे कभी भी हलके में न लें। क्योंकि, इसके पीछे कुछ गंभीर कारण भी हो सकते हैं। आईये जानें बढ़ते वजन के कारण (Causes of weight gain) क्या हो सकते हैं?
बढ़ते वजन के कारण क्या हो सकते हैं?
हेल्थलाइन (Healthline) के अनुसार अधिक फैट और मीठी चीजें वजन को बढ़ा सकती हैं। लेकिन, कई बार वेट गेन कुछ अंडरलायिंग हेल्थ कंडीशंस के कारण भी हो सकता है। बढ़ते वजन के कारण (Causes of weight gain) इस प्रकार हो सकते हैं:
मेडिकल कंडीशंस
कुछ मेडिकल्स कंडीशंस वजन को बढ़ा सकती हैं, जैसे ऐसी कंडीशंस इसमें रोगी कम चल-फिर सके या कम एक्टिव रहे। ऑस्टियोआर्थराइटिस या कोई डिसेबिलिटी इसके उदाहरण हैं। इसके अलावा कुछ अन्य स्थितियां भी हैं, जो बढ़ते वजन के कारण (Causes of weight gain) बन सकती हैं, जैसे:
- क्रोनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज(Chronic obstructive pulmonary disease )
- हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism)
- कुशिंग’स सिंड्रोम (Cushing’s syndrome)
- पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (Polycystic ovary syndrome)
- फ्लूइड रिटेंशन (Fluid retention)
दवाईयों के साइड इफेक्ट्स
कुछ दवाईयों के साइड इफेक्ट्स भी बढ़ते वजन के कारण (Causes of weight gain) में से एक है। कुछ दवाएं जो वेट गेन का कारण बन सकती हैं, वो इस प्रकार हैं:
- एंटीडिप्रेसन्ट (Antidepressants)
- स्टेरॉइड्स (Steroids)
- एंटी सायकोटिक मेडिसिन्स (Antipsychotic medicines)
- डायबिटीज और दौरों को मैनेज करने वाली दवाईयां
उम्र
उम्र के बढ़ने पर शरीर को आवश्यक कैलोरी की संख्या कम होती जाती है। ऐसा एक्टिविटी लेवल और मसल मास के कम होने की वजह से हो सकता है। इससे भी वजन बढ़ सकता है।
मेनोपॉज
मेनोपॉज भी महिलाओं के बढ़ते वजन के कारण (Causes of weight gain) में से एक हो सकता है। ऐसा हॉर्मोन्स में बदलाव की वजह से होता है। इसके साथ ही जेनेटिक्स की वजह से भी वजन बढ़ सकता है। विरासत में मिले जीन वेट गेन में भूमिका निभाते हैं।
नींद की कमी
इस बात के कुछ सबूत हैं कि थकान और पर्याप्त नींद न लेने से वजन बढ़ सकता है। कम समय सोने से घ्रेलिन (Ghrelin) नामक हार्मोन बढ़ जाता है। जिसके परिणामस्वरूप भूख बढ़ जाती है और लेप्टिन कम हो जाता है, जिससे पेट भरे होने का अनुभव होता है।
स्ट्रेस और अन्य लाइफस्टाइल फैक्टर्स
कई लाइफस्टाइल फैक्टर्स वजन पर असर डाल सकते हैं, जैसे:
- स्ट्रेस: बोरियत या चिंता की वजह से भी कुछ लोग अधिक खाते हैं। स्ट्रेस हॉर्मोन कोर्टिसोल cortisol मेजबोलिज्म को नियंत्रित करता है। इसके अलावा कोर्टिसोल का हाई लेवल भूख को बढ़ा सकता है जिससे वजन बढ़ सकता है।
- गलत खानपान: गलत चीजों का सेवन बढ़ते वजन के कारण (Causes of weight gain) में से एक हैं। याद रखें खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता उनकी मात्रा के समान ही महत्वपूर्ण है। यानी, अगर आप एक कटोरी सलाद खाएंगे तो आपको उनकी कैलोरी नहीं मिलेगी जितनी एक कटोरी केक खाने से मिलेंगी।
- पर्याप्त व्यायाम न करना: गलत जीवनशैली मोटापे की समस्या के सबसे बड़ा कारण है। रोजाना व्यायाम करना शारीरिक और मानसिक लाभ प्रदान करता है। वजन को सही रखने में भी यह फायदेमंद है।
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