ICMR की गाइडलाइंस के अनुसार प्रोटीन पाउडर से हो सकता है सेहत को यह बड़ा नुकसान

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प्रोटीन एक न्यूट्रिएंट है, जो हमारे शरीर के विकास, कोशिकाओं की मरम्मत आदि के लिए जरूरी होता है। यह एमिनो एसिड्स से बना होता है और हमारे शरीर की हर कोशिका में प्रोटीन होता है। बच्चों, किशोरों और गर्भवती महिलाओं के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है। पाचन के दौरान भोजन में मौजूद प्रोटीन, अमीनो एसिड्स में टूट जाता है। हेल्दी रहने के लिए मानव शरीर को पर्याप्त मात्रा में अमीनो एसिड की आवश्यकता होती है। 

युवा प्रोटीन के लिए कर रहे हैं प्रोटीन पाउडर का इस्तेमाल

आजकल के युवा अपनी प्रोटीन की जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रोटीन पाउडर का अधिक इस्तेमाल कर रहे हैं। हाल ही में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने भारतीयों के लिए डाइट्री गाइडलाइंस जारी की हैं। इसमें उन्होंने युवाओं में प्रसिद्ध प्रोटीन पाउडर और सप्लीमेंट के सेवन पर रोशनी डाली है। आइए जानें, इन प्रोटीन पाउडर से संबंधित गाइडलाइंस (Guidelines related to protein powder) के बारे में। 

प्रोटीन पाउडर से संबंधित गाइडलाइंस (Guidelines related to protein powder)

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के अनुसार एक हेल्दी महिला या पुरुष की प्रोटीन इंटेक के लिए एस्टीमेट एवरेज रिक्वायरमेंट (ईएआर) 0.66 ग्राम प्रोटीन प्रति किलोग्राम/दिन है। इसके साथ ही, एक हेल्दी महिला या पुरुष की प्रोटीन इंटेक के लिए रेकमेंडेड डाइट्री अलाउंस (आरडीए) 0.83 ग्राम प्रोटीन प्रति किलोग्राम/दिन है। अब जानिए प्रोटीन पाउडर से संबंधित गाइडलाइंस (Guidelines related to protein powder) के बारे में।

प्रोटीन पाउडर से संबंधित आईसीएमआर की गाइडलाइंस

प्रोटीन पाउडर को अंडे, डेयरी के दूध, व्‍हे (whey) से बनाया जाता है। इसे सोयाबीन, मटर और चावल आदि से भी तैयार किया जाता है। कुछ प्रोटीन पाउडर (जिन्हें प्रोटीन सप्लीमेंट के रूप में पैकेज में बेचा जाता है) में मौजूद प्रोटीन कई स्रोतों से लिया गया होता है। यही नहीं, इन प्रोटीन पाउडर में बहुत अधिक चीनी, एडिटिव्स और कई अन्य स्वास्थ्य के लिए हानिकारक पदार्थ भी होते हैं।

 एथलीट या जिम करने वाले लोग उच्च मात्रा में  करते हैं प्रोटीन पाउडर का सेवन

आईसीएमआर की मानें तो व्हे पोटीन में ब्रांच्ड चेन एमिनो एसिड्स (BCAAs) होते हैं और हाल ही में यह भी पाया गया है कि इसके सेवन से कई रोगों के होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए, अधिक मात्रा में प्रोटीन को लेने खासतौर पर प्रोटीन सप्लीमेंट्स जैसे पाउडर को लेने की सलाह नहीं दी जाती है। ऐसा भी पाया गया है कि बहुत से एथलीट या जिम करने वाले लोग उच्च मात्रा में प्रोटीन यानि प्रोटीन पाउडर का सेवन करते हैं। लेकिन, उन्हें इतनी प्रोटीन की जरूरत नहीं होती।

कैसे करें प्रोटीन की जरूरतों को पूरा

प्रोटीन पाउडर से संबंधित गाइडलाइंस (Guidelines related to protein powder) के बारे में तो आप जान ही गए होंगे। आईसीएमआर के अनुसार अधिकतर एथलीट्स को केवल फूड से ही अपनी प्रोटीन की जरूरतों को पूरा करने के लिए कहा जाता है। इसके लिए प्रोटीन पाउडर की जरूरत नहीं होती। इसके अलावा, बड़ी मात्रा में प्रोटीन का लंबे समय तक सेवन कई खतरों से जुड़ा है, जैसे कि हड्डियों में मिनरल्स की हानि और किडनी डैमेज। एक हेल्दी बैलेंस डाइट शाकाहारी और मांसाहारी दोनों में इसकी कमी को पूरा कर सकती है। सोया, बीन्स, दालें, मेवे, अंडे, मीट आदि से एक सामान्य व्यक्ति की प्रोटीन की जरूरतें पूरी हो सकती हैं।

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