पिछले कुछ महीनों से महाराष्ट्र में स्वाइन फ्लू का कहर जारी है और इस रोग से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है, महाराष्ट्र का पुणे शहर। हेल्थ डिपार्टमेंट के अनुसार इस साल केवल पुणे में ही स्वाइन फ्लू के कुल 540 मामले आए हैं और लगभग 36 लोगों की इसकी वजह से मृत्यु हुई है। कुछ दिनों से पुणे में स्वाइन फ्लू के मामलों में इतनी बढ़ोतरी हुई है कि अब अस्पतालों में मरीजों को बेड मिलना भी मुश्किल हो रहा है। स्वाइन फ्लू को एच1एन1 फ्लू (H1N1 Flu) के नाम से भी जाना जाता है। इसके लक्षण सामान्य मौसमी फ्लू जैसे होते हैं। लेकिन, यह समस्या कुछ लोगों में गंभीर हेल्थ प्रॉब्लम्स का कारण बन सकती है।
आईये जानें एच1एन1 फ्लू (H1N1 Flu) के बारे में विस्तार से।
क्या है एच1एन1 फ्लू (H1N1 Flu)?
मायो क्लिनिक (Mayo Clinic) के अनुसार एच1एन1, इंफ्लुएंजा ए वायरस (Influenza A Virus) का एक प्रकार है। 2009 में वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन ने इसे महामारी घोषित कर दिया था, क्योंकि यह बीमारी लाखों लोगों की मृत्यु का कारण बनी थी। जानिए क्या हो सकते हैं इस रोग के कारण?
एच1एन1 फ्लू (H1Ni Flu) के कारण
एच1एन1 फ्लू (H1N1 Flu), सूअरों की एक सांस् सम्बंधी बीमारी है, जो इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होती है।
डॉक्टर स्वाइन फ्लू को एक फ्लू स्ट्रेन मानते हैं ,जो लोगों में हो सकता है और मौसमी फ्लू वायरस के साथ फैल सकता है। यदि कोई व्यक्ति एच1एन1 फ्लू से पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में है, तो उसे भी यह बीमारी हो सकती है। जो लोग सूअरों के संपर्क में रहते हैं, उन्हें भी यह फ्लू होने का खतरा रहता है।
एच1एन1 फ्लू के लक्षण (Symptoms of H1N1 Flu)
- एच1एन1 फ्लू के लक्षण अन्य फ्लू वायरस के समान होते हैं। इसके सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:
- बुखार
- मांसपेशियों में दर्द
- ठंड लगना और पसीना आना
- खांसी
- गले में खराश
- नाक का बहना न बंद होना
- आंखों का लाल होना या पानी आना
- आंखों और शरीर में दर्द
- सिरदर्द
- थकावट और कमजोरी
- डायरिया
आमतौर पर एच1एन1 फ्लू के लक्षण रोगी के वायरस के सम्पर्क में आने के एक से चार दिन के बाद दिखाई देते हैं।
एच1एन1 फ्लू का उपचार (Treatment of H1N1 Flu)
इस फ्लू के पीड़ित व्यक्ति जो हेल्दी है, उन्हें किसी खास दवाई या उपचार की जरूरत नहीं होती। अगर किसी व्यक्ति को यह फ्लू है, तो उन्हें इन चीजों का ध्यान रखना चाहिए:
- पर्याप्त आराम करें
- तरल पदार्थों का सेवन करें
- हेल्दी और हलकी डाइट लें
- घर में रहें
इस स्थिति में रोगी को बुखार और दर्द कम करने के लिए एसिटामिनोफेन (Acetaminophen) दी जा सकती है। डॉक्टर रोगी को एंटीवायरल दवाईयों की सलाह भी दे सकते हैं, जैसे ओसेल्टामिविर (Oseltamivir) और जानामिविर (Zanamivir)।
एच1एन1 फ्लू से बचाव (H1N1 flu prevention)
स्वाइन फ्लू से बचाव का सबसे अच्छे तरीका है, हर साल फ्लू वैक्सीन लगवाना। इससे इस फ्लू से बचा जा सकता है। एच1एन1 फ्लू से बचाव के अन्य उपाय इस प्रकार हैं:
- जब भी आप छींकें या खांसे, अपने नाक व मुंह को टिश्यू से कवर करें, अगर टिश्यू न हो, तो अपनी कोहनी का इस्तेमाल करें।
- बार-बार अपने हाथों को साबुन और पानी से धोएं।
- नाक, मुंह और आंखों, को छूने से बचें।
- जो लोग बीमार हैं उनसे दूर रहें।
- बीमार होने पर घर पर ही रहें।
- अपनी निजी चीजों को अन्य लोगों के साथ शेयर न करें।
यहां दी गई जानकारी रिसर्च के आधार पर दी गई है। लेकिन अगर आप किसी भी शारीरिक परेशानी की समस्या से परेशान हैं, तो अपने हेल्थ एक्सपर्ट से ज़रूर सलाह लें।
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