महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार (Ajit Pawar) का एक बयान राज्य की राजनीति गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। अजित ने यह कहकर राजनीतिक सनसनी मचा दी है कि अगर भाजपा और शिवसेना उन्हें सीएम पद देते तो मैं अपने साथ पूरी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को साथ लेकर आता। अजित जब यह बयान दे रहे थे, तब वहां पर सीएम एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे।
यह मौका था सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की जीवनी ‘योद्धा कर्मयोगी-एकनाथ संभाजी शिंदे’ बुक लॉन्च का। अजित ने इसी कार्यक्रम में चुटकी लेते हुए कहा कि, “मैंने भाजपा के कुछ लोगों से मजाक में कहा था कि आप लोगों ने एकनाथ शिंदे से कहा था कि वे इतने विधायक साथ लाएं और मुख्यमंत्री पद पाएं, तब आपको मुझसे भी पूछना चाहिए था। मैं आपके लिए पूरी एनसीपी पार्टी को साथ लेकर आता।” इस दौरान अजित पवार (Ajit Pawar) ने मजाक करते हुए कहा कि वो राजनीति में सीएम शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से सीनियर हैं।
अजित पवार कई बार जता चुके मुख्यमंत्री बनने की इच्छा
बता दें कि अजित पवार (Ajit Pawar) ने 2023 में एनसीपी के संस्थापक अपने चाचा शरद पवार से बगावत कर 40 विधायकों के साथ भाजपा-शिवसेना (शिंदे गुट) में शामिल हो गए थे, जिसके बाद उन्हें उप मुख्यमंत्री बनाया गया। इसके बाद से अजित पवार कई बार मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं। इस बार भी अजित पवार ने कहा कि “फडणवीस साल 1999 में और शिंदे 2004 में पहली बार विधायक बने थे, जबकि मैं 1990 में ही विधायक बन गया था। इसलिए राजनीति में मैं इन दोनों का सीनियर हूं, लेकिन यह दोनों आगे बढ़ गए और मैं इनसे पीछे रह गया।” दरअसल, फडणवीस साल 2014 से 2019 तक और 2019 में 72 घंटे के लिए दो बार मुख्यमंत्री बन चुके हैं और शिंदे अभी मुख्यमंत्री हैं। वहीं अजित पवार अभी तक मुख्यमंत्री नहीं बन पाए हैं।
महाराष्ट्र की राजनीति में बीते 2 साल में हुए 2 बड़े बदलाव
साल 2022 में शिंदे ने शिवसेना को तोड़ा और शिवसेना के 39 विधायकों को साथ लेकर भाजपा से हाथ मिला लिया। जिसके कारण ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार गिर गई और शिंदे मुख्यमंत्री बन गए। वहीं जुलाई 2023 में अजित पवार 40 विधायकों को साथ लेकर शिंदे सरकार में शामिल हो गए और गठबंधन सरकार में डिप्टी सीएम बन गए।
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