पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेसी नेता चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिए जाने के बाद एक बड़ा खुलासा हुआ है। कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि, भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर (BJP Sansad Anurag Thakur) का भाषण संसदीय रिकॉर्ड का हिस्सा है। इस वजह से कांग्रेस का प्रधानमंत्री मोदी को विशेषाधिकार हनन का नोटिस देना ही आधारहीन है।
बता दें कि, भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने केंद्रीय बजट पर उनके भाषण के दौरान संसद में कहा था कि- ‘जिसकी जात का पता नहीं, वो गणना की बात करता है। भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर (BJP Sansad Anurag Thakur) के इस बयान पर समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव सहित कई विपक्षी सदस्यों ने आपत्ति जताई थी। वहीं इस बयान पर कांग्रेस पार्टी ऐसी उखड़ी कि उसके बाद सांसद चरणजीत सिंह चन्नी पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस ले आए।
आखिर क्यों नाराज़ है कांग्रेस?
दरअसल, कांग्रेस इस बात पर बिफरी हुई है कि, पीएम मोदी ने अपने एक्स हैंडल पर सांसद अनुराग ठाकुर का भाषण पोस्ट कर दिया। जालंधर से लोकसभा सदस्य चन्नी ने इसके बाद पीएम मोदी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस देते हुए दावा किया था कि, प्रधानमंत्री मोदी ने अनुराग ठाकुर के भाषण के जिस वीडियो को अपने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, उसे सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया था। लेकिन इसके बाद भी पीएम मोदी ने यह पोस्ट कर सदन के विशेषाधिकार का हनन किया।
हालांकि अब इस मामले में नई जानकारी सामने आई है। सरकारी सूत्रों ने मीडिया में दावा किया कि, कांग्रेस के विशेषाधिकार वाले नोटिस का कोई आधार नहीं है। क्योंकि अनुराग ठाकुर के भाषण का कुछ हिस्सा जरूर हटाया गया है, लेकिन ठाकुर के जिस बात को लेकर कांग्रेस हंगामा कर रही है, वह कार्यवाही का हिस्सा है। सूत्रों का दावा है कि भाषण का यह अंश लोकसभा की वेबसाइट पर मौजूद है, जहां पर इसे कोई भी देख सकता है।
सूत्रों की दलील है कि कांग्रेस को जिस बात पर सबसे ज्यादा आपत्ति थी, जब वही संसदीय रिकॉर्ड में मौजूद है, तो विशेषाधिकार हनन का नोटिस देने का कोई औचित्य ही नहीं थी। यह सब सिर्फ राजनीति के लिए किया जा रहा था।