भारत दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला मुल्क है। इसी वर्ष चीन को पछाड़ते हुए भारत ने यह मुकाम हासिल किया है। कहने की जरूरत नहीं, देश बढ़ती जनसंख्या के चलते बेरोजगारी समेत अन्य कई समस्याओं से जूझ रहा है। एक तरफ मोदी सरकार जनसंख्या नियंत्रण पर कानून लाने की सोच रही है, तो वहीं दूसरी तरफ एनडीए के घटक दल के सहयोगी बच्चों की संख्या बढ़ाने की अपील कर रहे हैं। दरअसल, आंध्र प्रदेश में घटती युवाओं की आबादी पर मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) ने गंभीर चिंता जाहिर की है। वृद्धावस्था की समस्या से निपटने के लिए मुख्यमंत्री ने लोगों से बच्चों की संख्या बढ़ाने की गुजारिश की है। उनके मुताबिक दक्षिणी राज्यों में प्रजनन दर पहले ही 1.6 तक गिर चुकी है, जो राष्ट्रीय औसत 2.1 से काफी कम है।
गावों में बुजुर्गों की बढ़ती संख्या चिंताजनक
घटती जनसंख्या से चिंतित से सीएम चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) ने कहा कि “खास तौर से आंध्र प्रदेश में बढ़ती उम्र की समस्या के संकेत दिखने लगे हैं। दक्षिण भारत ही नहीं, दुनिया के कई देशों, मसलन जापान, चीन और कुछ यूरोपीय देशों में बुजुर्गों की संख्या अधिक है। आंध्रप्रदेश में यह समस्या अधिक गंभीर इसलिए भी है क्योंकि युवा देश के अन्य हिस्सों में या विदेश का रुख कर लेते हैं। शहरों का रुख करने की वजह से गांव में युवा न के बराबर रह गए हैं। कारण यही जो गांवों में अब सिर्फ बुजुर्ग लोग ही रह गए हैं। जिसके चलते राज्य सरकार “जनसंख्या प्रबंधन” पर गंभीरतापूर्वक काम कर रही है। यही नहीं, इसके अंतर्गत परिवारों को अधिक बच्चे होने पर प्रोत्साहित करने हेतु नए कानून की संभावना पर विचार भी कर रही है।
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जिनके दो से ज्यादा बच्चे, वे ही लड़ सकते हैं स्थानीय निकाय चुनाव
चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) ने कहा कि “राज्य सरकार ऐसा कानून लाने की सोच रही है, जिसके हिसाब से जिनके दो से ज्यादा बच्चे हैं, वे ही स्थानीय निकाय चुनावों में उम्मीदवार बनने के योग्य होंगे। यही नहीं, इस विषय पर आगे बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि “राज्य ने पहले एक ऐसा कानून पारित किया था, जिसके तहत दो बच्चों से अधिक वाले लोग स्थानीय चुनावों में नहीं खड़े हो सकते थे। हमने उस कानून को रद्द कर दिया है। इतना ही नहीं, सरकार परिवारों को अधिक बच्चों के लिए अधिक लाभ देने की योजना भी बना रही है।”
खैर, अपने पहले के रुख को स्वीकार करते हुए चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) ने कहा कि “उस समय सोच थी कि सीमित प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करनी चाहिए। बढ़ती जनसंख्या विकास में बाधा डाल सकती है। हमने जनसंख्या वृद्धि को कम करने में सफलता प्राप्त तो की है, लेकिन इसके चलते अब नई मुसीबतें कड़ी हो गई हैं।
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